भारतीयों पर हुए कुछ हमले नस्ली- ऑस्ट्रेलिया
९ फ़रवरी २०१०मंगलवार को ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री स्टीफ़न स्मिथ ने संसद में कहा कि भारतीय छात्रों पर हुए कुछ हमले साफ़ तौर पर नस्लवादी थे और इनके कारण देश की छवि काफ़ी ख़राब हुई है.
स्मिथ ने छात्रों के परिवारों के साथ अपनी संवेदना प्रकट की, और कहा कि देश की ख़राब हुई छवि को सुधारना 'आवश्यक प्राथमिकता' होनी चाहिए.
"भारतीय छात्रों या फिर भारतीय मूल के लोगों पर हाल में जो निंदनीय हमले हुए हैं उनकी छाया न केवल हमारे शिक्षा तंत्र पर बल्कि द्विपक्षीय संबंधों पर भी काफ़ी समय रहेगी." स्मिथ संसद को भारत ऑस्ट्रेलिया संबंधों के बारे में ताज़ा जानकारी दे रहे थे.
"अगर इनमें से कोई हमले नस्लवादी इरादों के साथ किए गए हैं- और ऐसा साफ़ दिखाई पड़ता है कि इनमें से कुछ हमले इस आशय के थे. हमलावरों को सज़ा दी जाएगी. इस तरह के हमले हमारे मूल्यों का निरादर है और आधुनिक ऑस्ट्रेलिया के लिए अभिशाप की तरह हैं."
पहले ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों ने कहा था कि भारतीयों पर हुए हमलों में कोई भी हमला नस्लवादी नहीं था. स्मिथ ने कहा कि लूट और मार पीट की घटनाएं 'अक्षम्य' हैं और उन्हें 'पूरी गंभीरता' से लिया जा रहा है.
ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच कूटनीतिक संबंध उस समय ख़राब हो गए थे जब मेलबर्न में 21 साल के नितिन गर्ग की हत्या का मामला सुलझ नहीं रहा था भारत ने इस पर दुख और चिंता जताई थी.
स्टीफ़न स्मिथ का कहना था कि दिल्ली ऑस्ट्रेलिया के अंतरराष्ट्रीय साझेदारी में ऊपर रहा है. क्योंकि ऑस्ट्रेलिया में साढ़े चार लाख भारतीय रहते हैं जिनमें से एक लाख से ज़्यादा छात्र हैं.
"भले ही ऑस्ट्रेलिया दुनिया के सबसे सुरक्षित देशों में एक माना जाता हो फिर भी हम शहरों में होने वाले अपराधों को पूरी तरह से ख़त्म करने का वादा नहीं कर सकते दुनिया का कोई भी देश नहीं कर सकता. लेकिन हम वादा कर सकते हैं कि पूरा देश और पूरी सरकार इन अपराधों को कम से कम करने और इस समस्या को सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध है."
भारतीयों पर हमले के मामले में ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री स्टीफ़न स्मिथ भारत के विदेश मंत्री एस एम कृष्णा को मंगलवार को रिपोर्ट देने वाले हैं.
रिपोर्टः एएफ़पी/आभा मोंढे