भारत ने दिया 57 हॉक विमानों का ऑर्डर
२९ जुलाई २०१०इस समझौते पर दस्तखत के वक्त एचएएल के मैनेजिंग डायरेक्टर अशोक नायक के साथ कर्नाटक के गृह मंत्रि वी एस आचार्य भी मौजूद थे. यह समझौता एक अरब डॉलर से ज्यादा का है.
इस समझौते के तहत ब्रिटेन की कंपनी ब्रिटिश एयरोस्पेस सिस्टम्स (बीएई) और रॉल्स रॉयस मिलकर भारत को 57 हॉक जेट विमान और इंजन सप्लाई करेंगी. कैमरन ने इस समझौते के भारत और इंग्लैंड के रक्षा और औद्योगिक साझेदारी की बेहतरीन मिसाल करार दिया. उन्होंने कहा कि इस समझौते से दोनों देशों को बड़ा आर्थिक फायदे होंगे. डेविड कैमरन ने कहा कि यह हमारी नई व्यापारिक विदेश नीति के अमल में आने का सबूत है.
भारत ने 2004 में बीएई को 66 हॉक विमानों का ऑर्डर दिया था. इस ऑर्डर के लिए 18 साल तक सौदेबाजी चलती रही थी. इनमें से 24 विमान बीएई बना रही है जबकि बाकी 42 विमान एचएल के जिम्मे हैं. अभ तक एचएएल 15 विमान बना चुकी है.
समझौते से पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने अपनी भारत यात्रा की शुरुआत आईटी कंपनी इंफोसिस के दौरे के साथ की. वहां उन्होंने कहा कि यह एक व्यापारिक मिशन है लेकिन मैं इसे अपने काम के मिशन के तौर पर देखना पसंद करूंगा.
बीएई सिस्टम्स के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ (भारत) एंड्रयू गैलागर ने बताया कि समझौते के तहत 57 हॉक जेट विमान एचएएल में बनाए जाएंगे. इनमें से 40 भारतीय वायु सेना को दिए जाएंगे और बाकी 17 भारतीय नौसेना को मिलेंगे. नौसेना को पहली बार हॉक विमान दिए जा रहे हैं. इन विमानों के इंजन बनाने के लिए पार्ट्स रॉल्स रॉयस सप्लाई करेगी.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः एस गौड़