भारत चीन सीमा पर वायु सेना का हेलीकॉप्टर गिरा
६ अक्टूबर २०१७सेना के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि वायु सेना का हेलीकॉप्टर एमआई 17 तवांग जिले में उड़ान भर रहा था. इसी दौरान यह हादसे का शिकार हो गया. रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सुनीत न्यूटन ने हेलीकॉप्टर में सवार सभी लोगों के मौत होने की पुष्टि की है. पहले पांच लोगों के मौत की बात कही जा रही थी. फिलहाल यह नहीं पता चल सका है कि इसके गिरने की क्या वजह थी. हादसे का शिकार हुआ हेलीकॉप्टर रूस में बना था. पुलिस और राहतकर्मियों के दल ने हेलीकॉप्टर का मलबा देख लिया है. भारतीय सेना के तीन साल में 37 क्रैश
हेलीकॉप्टर में वायु सेना और सेना के जवान सवार थे. हेलीकॉप्टर चीन से लगती सीमा पर मौजूद भारतीय सेना के ठिकानों के लिए रसद लेकर जा रहा था. तवांग जिला भारत के पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश में है. इस राज्य के एक बड़े इलाके पर चीन भी अपना दावा जताता है. रणनीतिक रूप से सीमा पर मौजूद यह जिला बेहद अहम है. 1962 में भारत चीन की जंग के दौरान कुछ समय के लिए यह जिला चीन के नियंत्रण में आ गया था. इसी साल दोनों देशों की सेनाओं के बीच डोकलाम इलाके में करीब दो महीने तक तनातनी बनी रही थी. दोनों देशों की सेनाएं एक दूसरे से महज 300 मीटर की दूरी पर आ गयी थीं.
भारतीय वायु सेना बीते सालों में विमान हादसों के लिए कुख्यात रही है. बीते तीन दशकों में 170 से ज्यादा पायलटों ने अपनी जान हवाई हादसों में गंवायी है. इसके लिए भारत के पुराने हो चुके विमानों और हेलीकॉप्टरों को दोषी ठहराया जाता है. भारत अपने दशकों पुराने विमानों और हैलीकॉप्टरों को बदलने के लिए अरबों डॉलर की रकम खर्च कर रहा है.
एनआर/एके (एएफपी, रॉयटर्स)