भारत का 'कोल्ड स्टार्ट' से इनकार
२ दिसम्बर २०१०उन्होंने कहा, "भारतीय सेना में कोल्ड स्टार्ट नाम का कोई सिद्धांत नहीं है." सेना प्रमुख ने 2008 में मुंबई हमले के बाद प्रतिक्रिया दिखाने में भारतीय सेना के धीमा और सुस्त होने के अमेरिकी विचार को गलत बताया. उन्होंने कहा कि यह उनका विचार है जिससे मैं सहमत नहीं हूं.
भारत में अमेरिकी राजदूत टिमोथी जे रोमर ने अमेरिकी विदेश मंत्रालय को भेजे गए अपने आकलन में कहा था कि संसाधनों की कमी के कारण भारत के युद्ध के मैदान में अपनी 'कोल्ड स्टार्ट' योजना पर अमल करने की उम्मीद नहीं है. विकीलीक्स के द्वारा लीक किए गए संदेश रोमर ने इस योजना को मिथक और सच्चाई का मिश्रण करार दिया था.
कोल्ड स्टार्ट वह योजना है जिसके तहत देश में आतंकी हमला होने पर 72 घंटों में अचानक जवाबी हमला कर आतंकी ठिकानों को नष्ट किया जा सकता है. भारत की बीजेपी सरकार ने यह योजना 2004 में बनाई, लेकिन 2008 में मुंबई पर आतंकवादी हमले के बावजूद उसे अमल में नहीं लाया गया.
पाकिस्तानी राजनीतिज्ञ और सेना अधिकारी अमेरिकी समकक्षों से बातचीत में भारत के कोल्ड स्टार्ट सिद्धांत का मुद्दा उठाते रहे हैं लेकिन भारत इसके अस्तित्व से इनकार करता रहा है. इस सिद्धांत पर भारत में सहमति नहीं बन पाई है और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार ने भी इसे पूरी तरह समर्थन नहीं दिया है.
लीक हुई रिपोर्ट में अमेरिकी राजदूत ने कहा है कि इस योजना का अस्तित्व में रहना बस भारत की जनता को आश्वस्त करना है और पाकिस्तान पर कुछ दबाव बनाना है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: ए जमाल