बोरिस जॉनसन: एक बुरा मजाक जो अब हकीकत बन चुका है
२४ जुलाई २०१९1999 में बोरिस जॉनसन ने अपने बॉस से कहा था, दरअसल उन्होंने डेली टेलीग्राफ अखबार और स्पेक्टेटर पत्रिका के मालिक कॉनराड ब्लैक से वादा किया था कि वह राजनीतिक करियर के बदले राजनीतिक साप्ताहिक पत्रिका के संपादक बनना पसंद करेंगे. काश वे ऐसा करते! अपनी प्रतिज्ञा को तोड़ते हुए जॉनसन ऑक्सफोर्ड में हेनली संसदीय चुनाव क्षेत्र में कंजर्वेटिव उम्मीदवार के रूप में खड़े हुए और 2001 में चुनाव जीत भी गए. और इस तरह से बोरिस की राजनीतिक यात्रा शुरू हुई जिसने उन्हें 10 डाउनिंग स्ट्रीट की दहलीज पर पहुंचा दिया .
स्वाभाविक रूप से उनके झूठों और आफतों की सूची इतनी लंबी है कि वह भरोसे की मोहताज है. यह वह व्यक्ति है जिसे अपने नेतृत्व में स्पेक्टेटर में प्रकाशित एक संपादकीय के लिए माफी मांगने को मजबूर होना पड़ा था, जिसमें 1989 में हिल्सबोरो त्रासदी के लिए नशे में चूर लिवरपूल समर्थकों को गलत तरीके से दोषी ठहराया गया था. इस घटना में 96 फुटबॉल फैन कुचल कर मारे गए थे .
2003 में कंजर्वेटिव पार्टी के नेता माइकल हॉवर्ड ने बोरिस को छाया मंत्रिमंडल के दो पद दिए थे, एक पार्टी उपाध्यक्ष का और दूसरा छाया कला मंत्री का. इसका कारण क्या था यह तो बस हॉवर्ड ही जानते हैं. एक साल बाद उन्हें स्पेक्टेटर पत्रिका की एक कॉलमनिस्ट के साथ संबंधों के आरोपों के बाद बर्खास्त कर दिया गया था. आरोप बाद में सच साबित हुआ था.
यह वही इंसान है जिसने बुर्का पहनने वाली महिलाओं को "लेटर बॉक्स" या "बैंक लुटेरों" जैसा बताया था. या मतदाताओं को यह कहा था कि टोरी पार्टी को वोट देने से "आपकी पत्नी के स्तन बड़े होंगे और बीएमडब्ल्यू एम 3 का मालिक होने की आपकी संभावना बढ़ जाएगी." इस तरह की टिप्पणियों से उनके समर्थकों में ठहाके लगते हैं और उनके इस विश्वास को बल मिलता है कि वे अपने उबाऊ वेस्टमिंस्टर सहयोगियों और प्रतिद्वंद्वियों के विरोधी हैं.
अब मजाक नहीं रहा यह
2001 में उन्होंने कहा था कि ब्रिटेन को यूरोपीय संघ में रहना चाहिए क्योंकि यह "मुक्त व्यापार में ब्रिटेन के लिए फायदा लाया था और इससे ब्रिटिश नागरिकों को यूरोपीय संघ में मुक्त आवाजाही और रहने के अधिकार मिले थे. ईयू से हटने का मतलब होगा, ब्रिटेन के प्रभाव में संभावित चिंताजनक कमी." हां, मैं अपनी आंखों पर विश्वास नहीं कर पा रहा हूं, लेकिन बाद में नहले पे दहला दिखा. 2003 में उन्होंने ब्रटिश संसद के निचले सदन हाउस ऑफ कॉमन्स को बताया, "मैं यूरोपीय संघ का थोड़ा प्रशंसक हूं. अगर हमारे पास ये नहीं होता, तो हम ऐसा कुछ आविष्कार करेंगे."
पता नहीं कि "आविष्कार" से उनका क्या मतलब है और मैं वास्तव में जानना भी नहीं चाहता, लेकिन उस समय लगा था कि उन्होंने यूरोपीय संघ का हिस्सा होने के फायदे को पहचाना था .
2018 में उन्होंने कहा कि एकल बाजार में रहना "पागलपन" था . 2016 में उन्होंने कहा था कि वह इसके पक्ष में थे, 2012 में उन्होंने कहा था कि वह इसमें बने रहना चाहते थे, और यूरोपीय संघ की सदस्यता पर हुए जनमत संग्रह के दौरान उनके वोट लीव कैंपेन में दावा किया गया था, "ईयू छोड़ने पर वोट छोड़ने के बाद ब्रिटेन की एकल बाजार में पहुंच रहेगी."
ब्रेक्जिट: रेफरेंडम के बाद से अब तक क्या क्या हुआ
"वोट लीव" बस दौरे के लॉन्च के समय उन्होंने अपने पुराने आरोपों को दोहराया कि यूरोपीय संघ केले के आकार पर नियम बना रहा था. और यह कि ब्रिटेन यूरोपीय संघ को हर हफ्ते 35 करोड़ पाउंड भेज रहा है. यह सच नहीं था. असली आंकड़ा 13.7 करोड़ पाउंड था.
ब्रिटेन के प्रसिद्ध लाल डबल डेकर बस के सामने खड़ा होकर अप्रमाणिक आंकड़े पेश करना एक बात है. मंच पर खड़ा होकर स्मोक्ड हेरिंग मछली को दिखाना इसे दूसरे स्तर पर ले जाता है. पिछले हफ्ते कंजर्वेटिव पार्टी के नेतृत्व की प्रतिस्पर्धा के अंतिम पड़ाव पर, उन्होंने प्लास्टिक में लिपटी स्मोक्ड मछली दिखाई जो आइल ऑफ मैन द्वीप के मछली उद्यमी ने भेजी थी.
जॉनसन ने दावा किया कि यूरोपीय संघ के नियम स्मोक्ड मछली सप्लायरों को अपने उत्पादों को डिलीवरी के समय बर्फ में ठंडा रखने को कहते हैं, जिससे लागत बढ़ जाती है. यह सच नहीं है. ईयू के नियमों में ताजा मछली की बात है, स्मोक्ड मछली की नहीं. दरअसल, यूके की फूड स्टैंडर्ड एजेंसी का कहना है कि फूड मैन्युफैक्चरर्स को खाना ऐसे ट्रांसपोर्ट करना होगा कि वह खाने लायक हों . इसके लिए "कूल बैग" की आवश्यकता हो सकती है. वैसे, क्या मैंने यहां उल्लेख किया कि आइल ऑफ मैन यूरोपीय संघ का हिस्सा नहीं है?
एक पल के लिए सफेद झूठों को भूल जाएं, फिर भी हमें उनके मसखरे जैसे व्यवहार पर चिंतित होना चाहिए. मैं मानता हूं कि मैं सनकी अंग्रेजियत के अनोखेपन से पक्षपात करता हूं. लेकिन यह वही व्यक्ति है जिसका मसखरापन, माफ कीजिए, गौरव देश का अगला प्रधानमंत्री होना है.
हम पहले ही एक दुर्घटना के गवाह बन चुके हैं जब वे विदेश मंत्री के रूप में सक्रिय थे. क्या आप सोच सकते हैं कि खाड़ी में जब्त किए गए यूके के झंडे वाले टैंकर पर वह यूके और ईरान के बीच मौजूदा विवाद को कैसे संभालेंगे? मैं तो यह सोचकर ही कांप जाता हूं.
मैं और भी बातें कर सकता हूं, लेकिन मेरी अक्लमंदी चूक गई है. ब्रिटेन अब ऐसे दलदल में फंस गया है जहां से कुछ भी कर के उसे बाहर नहीं निकाला जा सकता. पिछले तीन वर्षों में जो दरारें उभरी हैं, न केवल कंजर्वेटिव पार्टी के भीतर, बल्कि पूरे राजनीतिक तंत्र और समाज में, उन्होंने ब्रिटेन को घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर गहरा नुकसान पहुंचाया है. प्रधानमंत्री के रूप में बोरिस जॉनसन के साथ देश को रसातल का इंतजार है.
डीडब्ल्यू के रॉबर्ट मज ब्रिटिश मूल के पत्रकार हैं जो जर्मनी में रहते हैं और उन्होंने ब्रेक्जिट के घटनाक्रम को बड़े ही तल्लीनता से देखा है .
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