बॉलीवुड अदाकारा गुल पनाग ने कहा कॉमनवेल्थ में उम्मीदें कम
१९ अगस्त २०१०खुद एक तैराक और लंबी दूरी की धावक रह चुकीं गुल पनाग का मानना है, "सही सुविधाएं और सहयोग नहीं है. महिलाओं को प्रोत्साहन भी नहीं मिलता और हॉकी या कुश्ती संघ में कोई महिलाएं नहीं हैं जो महिला एथलीटों को चुनती हों."
कॉमनवेल्थ में भारत को क्या उम्मीदें हैं, इस बारे में 31 साल की गुल कहती हैं, "ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका खेलों में आगे रहेंगे क्योंकि उनके खिलाड़ियों को ज़रूरी सुविधाएं मिलती हैं और भारतीय खिलाड़ियों को नहीं. मुझे लगता है कि भारतीय ओलंपिक संघ को छोटे शहरों की लड़कियों को खेल में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहन देना चाहिए. हमें स्कूली और कॉलेज की बच्चियों को आगे लाना चाहिए."
यह पूछने पर कि उन्होंने क्यों खेल को गंभीरता से नहीं लिया, गुल ने कहा, "भारत में एक एथलीट के लिए बहुत कम मौके हैं. मैंने इसमें करियर नहीं बनाया क्योंकि मुझे इसमें अच्छा भविष्य नहीं दिखाई दिया. सानिया मिर्जा और साइना नेहवाल जैसी कुछ ही लड़कियां हैं जिन्होंने खेल में अपना नाम कमाया है."
ब्यूटी क्वीन रहीं गुल पनाग सुभाष घई की फिल्म हैलो डार्लिंग में दिखाई देंगी. इस फिल्म में ऑफिस में यौन उत्पीड़न के मुद्दे को उठाया गया है. क्या गुल को इस तरह के अनुभव हुए हैं? वह कहती हैं, "मुझे लगता है कुछ लोग होते हैं जो इस मामले को हैंडल करने का तरीका नहीं जानते, जबकि कुछ कर सकते हैं. मैं दूसरी श्रेणी के लोगों में हूं."
हैलो डार्लिंग फिल्म में मनोज तिवारी अभिनेता के तौर पर अपना करियर शुरू कर रहे हैं. फिल्म 27 अगस्त को रिलीज होनी है.
रिपोर्टः पीटीआई/आभा एम
संपादनः ए कुमार