पैसा मिले तो कितनी देर पोर्न देखेंगे आप
१३ अक्टूबर २०१७टोनी किम दक्षिण कोरिया में एंटी "रिवेंज पोर्न" टीम का हिस्सा हैं जिसका काम बिना अनुमति के इंटरनेट पर डाली गयी सेक्सी तस्वीरों की पहचान करना और उन्हें हटाना है. 27 साल के टोनी ने सांता क्रूज नाम की एक कंपनी में इस काम के लिए आवेदन "उत्सुकतावश" किया था लेकिन जल्दी ही वह उकता गये. वह बताते हैं, "बहुत जल्दी ही मुझे यह महसूस हुआ कि इस तरह के वीडियो हर रोज पूरे दिन देखना बहुत मुश्किल काम है. हालांकि अब मैं इसका आदी हो गया हूं और अब कुछ महसूस नहीं होता. अब यह मेरे लिए सिर्फ एक काम है."
दक्षिण कोरिया में यह काम कथित "डिजिटल लाउंड्री" उद्योग का हिस्सा है जो इन दिनों काफी फल फूल रहा है. सांस्कृतिक रूप से राष्ट्रवादी रहा देश इन दिनों तकनीक की दुनिया का माहिर खिलाड़ी है और यहां महिलाओं को उपभोग की एक वस्तु के रूप में देखना बहुत आम है.
2008 में सांता क्रूज के सीईओ ने इस कंपनी की शुरुआत स्थानीय कंपनियों और मशहूर हस्तियों के बारे में ऑनलाइन अफवाहों और गलत जानकारियों को हटाने में महारत हासिल करने के लक्ष्य के साथ की थी. हालांकि हाल के वर्षों में इसे अलग तरह के ग्राहक मिल रहे हैं. बहुत सी औरतों के निजी सेक्स वीडियो और तस्वीरें उनके पुराने ब्वायफ्रेंड, पति, दोस्तों या दुश्मनों ने बिना उनकी जानकारी के इंटरनेट पर डाल दी है और ये लोग इन कंपनियों के पास आ रहे हैं. कंपनी के सीईओ किम हो जिन ने बताया, "हम बहुत सारी पोर्न साइटों और सोशल मीडिया साइटों की हर वक्त निगरानी करते हैं क्योंकि इस तरह के लीक हुए वीडियो किसी भी वक्त सामने आ सकते हैं और ये सिलसिला सालों साल चलता रहता है." इंटरनेट से किसी चीज को पूरी तरह से हटाना बेहद मुश्किल है. सांता क्रूज की टीम एक ही वीडियो बार बार हटाती है लेकिन फिर भी वह बार बार सामने आता रहता है.
"रिवेंज पोर्न" इन दिनों दुनिया में बहुत जाना पहचाना टर्म है. एक रिसर्च बताती है कि अमेरिका में इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले दो फीसदी लोगों ने इस तरह की चीजें इंटरनेट पर डाली है. इसी का नतीजा हुआ कि फेसबुक जैसी कंपनियों को इन्हें रोकने के लिए कदम उठाने पड़े. इनमें गुप्त कैमरों से ली गयी तस्वीरें, निगरानी कैमरों की तस्वीरें, स्मार्टफोन से महिलाओं के चेंजिंग रूम और टॉयलेट में ली गयी तस्वीरें शामिल हैं.
दक्षिण कोरिया में 2016 में इस तरह के निजी अंतरंग वीडियो इंटरनेट से हटाने के लिए 7,325 अनुरोध आये. सरकारी आंकड़ों पर नजर डालें तो इस तरह की शिकायतें बीते चार सालों में तकरीबन सात गुना बढ़ गयी हैं. दक्षिण कोरिया ने हाल ही में इस तरह की घटनाओं से निबटने के लिए नयी नीति की घोषणा की है. इस तरह के अपराधों के लिए वहां जेल से लेकर दूसरी सजाओं के प्रावधान बनाये गये हैं.
बहुत से लोग अपनी महिला सहकर्मियों की फोटोशॉप की मदद से पोर्नोग्राफिक तस्वीरें बना कर उसे भी इंटरनेट पर डाल देते हैं. सांता क्रूज के सीईओ किम बताते हैं, "ऐसा करने वाले ज्यादातर किशोर या फिर 20 से 30 साल की उम्र के पुरुष होते हैं. वे अपनी पहुंच से बाहर की मशहूर लड़कियों को नीचा दिखाना चाहते हैं."
एक पीड़ित लड़की ने बताया कि जब उसकी तस्वीर इंटरनेट पर किसी ने डाल दी तो उसने नौकरी छोड़ दी और अपने दोस्तों और परिवार से कट कर रहने लगी. इस पीड़ित लड़की ने कहा, "मैं कभी एक खुशहाल लड़की थी जो दूसरे लोगों की तरह सामान्य जिंदगी जीती थी लेकिन इस घटना के बाद अब मुझे बाहर जाने में डर लगता है, मैं पूरी दुनिया से डरने लगी हूं."
इस तरह के कामों में सरकार भी शामिल है लेकिन इनकी जिम्मेदारी पुलिस के पास है और उनके पास इस काम के लिए पर्याप्त स्टाफ नहीं है. फिलहाल इंटरनेट पर इस तरह की चीजें डालने वाले केवल छह फीसदी लोगों को ही जेल की सजा हुई है. करीब 65 फीसदी लोगों पर जुर्माना लगाया गया. हालांकि इन कदमों का बहुत फायदा नहीं होता क्योंकि बहुत से वीडियो देह व्यापार के लिए विज्ञापन के तौर पर इस्तेमाल होते हैं और उन वेबसाइटों की कमाई बहुत ज्यादा है. एक पीड़ित ने बताया कि उसके मामले में वीडियो डालने वाले शख्स पर 900 डॉलर का जुर्माना लगा जबकि वेबसाइट पर 2700 डॉलर का जुर्माना. ये रकम इस तरह के वीडियो से कमाई करने वाली वेबसाइटों या फिर देह व्यापार में लगी वेबसाइटों के लिए बहुत मामूली है.
हर महीने सांता क्रूज के पास 140 महिलाएं पहुंचती है. इनमें से कुछ अपने वीडियो के बारे में जानकारी ले कर आती हैं. अकसर उनके पुरुष सहकर्मी वीडियो लिंक के साथ उनके पास मेल भेजते हैं. साथ में सवाल होता है, "क्या यह तुम हो?"
सांता क्रूज की सेवा लेने के लिए ग्राहकों को हर महीने 1,750 अमेरिकी डॉलर की रकम चुकानी पड़ती है. कई बार उनके ग्राहक पैसा देने के वक्त लापता भी हो जाते हैं.
एनआर/एके (एएफपी)