'बाबरी विध्वंस की नैतिक ज़िम्मेदारी लेती हूं'
२५ नवम्बर २००९नई दिल्ली में उमा भारती ने कहा, "निश्चित रूप से उस दिन जो कुछ हुआ मैं उसकी नैतिक ज़िम्मेदारी लेती हूं. क्योंकि मैंने भी लोगों से वहां पहुंचने और जमा होने की अपील की थी. लेकिन मैं इसके ख़िलाफ़ क़ानूनी लड़ाई लड़ूंगी क्योंकि मैं इसके लिए ख़ुद को ज़िम्मेदार नहीं मानती." उन्होंने कहा कि वह राम जन्मभूमि आंदोलन का हिस्सा होकर गर्व महसूस करती हैं.
उमा भारती ने कहा, "मेरे पास हर वह तर्क है जो मुझे बचाएगा और यह साबित करेगा कि मेरा उस विध्वंस में कोई साथ नहीं था. लेकिन फिर भी मैं कहती हूं कि मैं इसकी नैतिक ज़िम्मेदारी लेती हूं. मुझे इस बात का गर्व है कि मैंने राम जन्मभूमि आंदोलन में हिस्सा लिया." वह कहती हैं कि वह तीन चीज़ों को बाबरी मस्जिद गिराए जाने के लिए ज़िम्मेदार मानती हैं. पहली, यह फ़ैसला करने में न्याय व्यवस्था की देरी कि विवादित ज़मीन का मालिक कौन है, दूसरी नौकरशाही की असंवेदनशीलता और तीसरी अल्पसंख्यकों से जुड़ी राजनीति.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः राम यादव