बहरीन में फिर प्रदर्शन, शाही परिवार बातचीत को तैयार
१४ मार्च २०११प्रदर्शनों के बाद बहरीन के राजकुमार ने शिया बहुल विपक्ष को भरोसा दिलाया कि राष्ट्रीय स्तर पर बातचीत में उनकी मांगों को सुना जाएगा. रविवार को हुए प्रदर्शनों में ज्यादातर नौजवान ही शामिल हुए. उन्होंने देश के वित्तीय बंदरगाह की ओर जाने वाले राजमार्ग पर अवरोध खड़े करके रास्ता भी बंद किया. यह बंदरगाह विरोध प्रदर्शन का केंद्र बनती जा रही है.
एक प्रदर्शनकारी अली ने कहा, "बहरीन में होने वाला निवेश किसी एक व्यक्ति का नहीं बल्कि सबका है. इसीलिए हमें समस्याएं हैं. यह सुन्नी और शिया का मामला नहीं है."
एक प्रदर्शनकारी ने अपने सीने पर लाल निशान बनाया हुआ था. उसका कहना था कि यह निशान उसकी ओर दागे गए गैस कनस्तर से पड़ा है. कई अन्य प्रदर्शनकारियों ने रबर की गोलियों के निशान भी दिखाए. उनका दावा था कि ये गोलियां पुलिस ने दागी थीं.
शाही परिवार की मुखालफत
बहरीन 1990 के दशक के बाद से सबसे बड़े विरोध प्रदर्शनों से जूझ रहा है. मिस्र और ट्यूनिशिया में लोगों की क्रांति सफल होने के बाद वहां के लोगों ने भी शाही परिवार की सत्ता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए. पिछले कुछ हफ्तों से लगातार विरोध रैलियां हो रही हैं. हालांकि इनमें हिस्सा लेने वाले ज्यादातर लोग शिया ही हैं. उनका कहना है कि सुन्नी शाही परिवार के शासन में वे भेदभाव और शोषण का शिकार होते हैं. इन विरोध प्रदर्शनों पर सऊदी अरब की भी निगाह है क्योंकि उसके यहां शिया समुदाय की तादाद 15 फीसदी है.
इस बीच अमेरिका ने अपनी नौसेना के फिफ्थ फ्लीट के बेस बहरीन से अपील की है कि प्रदर्शनकारियों के साथ संयंम से पेश आया जाए और बातचीत की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाए. बहरीन के शेख सलामन अल खलीफा ने वादा किया है कि राष्ट्रीय स्तर पर बातचीत के जरिए संसदीय शक्ति को सहारा दिया जा सकता है और किसी भी समझौते पर राष्ट्रीय जनमत संग्रह कराया जा सकता है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः आभा एम