बंदूकों के नियंत्रण पर ओबामा की नीति
अमेरिका में बंदूकों के गलत इस्तेमाल की घटनाओं को कम करने के मकसद से राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बंदूक कानून में बदलाव के लिए अपनी नीति की घोषणा की. इन बदलावों को सभी वर्गों का समर्थन नहीं है.
बदलावों की घोषणा करते समय राष्ट्रपति ओबामा रो पड़े. आंखों में आंसू लिए उन्होंने 2012 की सैंडी हुक प्राइमरी स्कूल हमले को याद किया जिसमें 20 वयस्क और 6 बच्चे मारे गए थे.
राष्ट्रपति की योजना के तहत सभी बंदूक विक्रेताओं को पंजीकरण कराना होगा. साथ ही ग्राहकों की पृष्ठभूमि की जांच पर जोर दिया गया है. यह ऑनलाइन विक्रेताओं और गन शो के लिए बंदूकें बेचने वालों पर भी लागू होगा.
मानसिक बीमारी या मानसिक अस्थिरता से गुजर रहे खरीदारों की जानकारी के आधार पर उन्हें बंदूक खरीदने से दूर रखने की योजना है. राज्यों से नागरिकों के आपराधिक रिकॉर्ड का ताजा डाटा उपलब्ध कराने को कहा गया है.
ग्राहकों की पृष्ठभूमि की विस्तृत जांच के बढ़े हुए काम को संभालने के लिए एफबीआई में जांचकर्ताओं की 230 से ज्यादा नई नियुक्तियां की जाएंगी.
कांग्रेस से मानसिक चिकित्सा के क्षेत्र में सुविधाओं के लिए अतिरिक्त 50 करोड़ डॉलर के निवेश की मांग की गई है.
'बंदूक सुरक्षा' को बढ़ाने के लिए रक्षा मंत्रालय, न्याय मंत्रालय और होमलैंड सिक्योरिटी मंत्रालय स्मार्ट गन तकनीक पर गौर कर रहे हैं. इस तकनीक के तहत बंदूक उसी के हाथ से चल सकेगी जो उसका अधिकृत मालिक हैं.
रिपब्लिकन पार्टी के शीर्ष नेताओं ने ओबामा के बंदूक नियंत्रण को सख्त करने के कदम का विरोध किया है. रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगर वे राष्ट्रपति बनते हैं तो इन नीतियों को पलट देंगे.