फ्रांस में दंगाइयों ने कारें और दुकानें फूंकीं
१८ जुलाई २०१०इसके बाद शहर में दंगा शुरू हो गया. पुलिस ने बताया कि इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बाद में फ्रांस के गृह मंत्री ब्रीस ऑर्टेफु ने इलाके का दौरा किया लोगों से वादा किया जल्द ही कानून व्यवस्था को पटरी पर लाया जाएगा.
ब्रीस ने कहा, “जब मैं जल्दी शब्द का इस्तेमाल करता हूं तो उसका मतलब है फौरन. इसी तरह हम राज्य में कानून और व्यवस्था को पटरी पर ले आएंगे.“
दंगा 27 साल के करीम के अंतिम संस्कार के बाद शुरू हुआ. करीम को पुलिस ने एक मुठभेड़ में मार गिराया था. पुलिस का कहना था कि उसने एक कसीनो को लूटकर भागने की कोशिश की थी.
करीम के अंतिम संस्कार के बाद आधी रात के करीब 30 से ज्यादा नौजवानों का एक समूह शहर भर में हंगामा करने लगा. ये लोग हाथों में बेस बॉल बैट और लोहे की छड़ें लिए हुए थे. जब पुलिस ने इन्हें रोकने की कोशिश की, तो वे भड़क उठे और वाहनों और दुकानों को आग लगानी शुरू कर दी. इन युवकों ने पुलिस पर भी हमला किया, जिसका सामना पुलिस ने आंसू गैस से किया.
पुलिस ने बताया कि आधी रात के बाद करीब 2.30 बजे एक युवक ने पुलिस पर गोली भी दागी. हालांकि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ए कुमार