"पीओके में चीन की मौजूदगी चिंताजनक"
६ अप्रैल २०११भारतीय फौज की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केटी पटनायक के मुताबिक चीन की मौजूदगी भारतीय सीमा के इतने करीब पहुंच चुकी है कि भारत के लिए स्थिति असुविधाजनक हो गई है. पिछले हफ्ते एक सेमीनार में बोलते हुए केटी पटनायक ने कहा, "गिलगित-बाल्टिस्तान और उत्तरी इलाकों में चीन की मौजूदगी तेजी से बढ़ रही है. कई लोग हैं जो इस बात से चिंतित हैं कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच कोई जंग होती है तो उसमें चीनी सैनिकों की क्या भूमिका रहेगी. वह केवल पड़ोस में ही नहीं हैं बल्कि नियंत्रण रेखा के पास भी हैं."
दरवाजे पर कदम
पटनायक ने कहा कि पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के जरिए चीन और पाकिस्तान के संपर्क मजबूत हो रहे हैं जो भारत की सुरक्षा के लिए बड़ी चिंता है. पटनायक ने कहा, "चीन के कदम भारत के इतने करीब पहुंच चुके हैं कि अब असुविधा होने लगी है." आर्मी कमांडर ने कहा कि चीन और पाकिस्तान की सेना के बीच इस गठजोड़ का हमारी क्षेत्रीय रणनीतिक हितों पर दूरगामी असर होगा. इसके साथ ही पाकिस्तान की सशस्त्र सेनाओं के साथ चीनी सेना की कार्रवाइयां भारत को पीछे छोड़ देंगी."
पटनायक के मुताबिक चीन पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में कई सड़क और बिजली परियोजनाओं में शामिल है. चीन इस इलाके में सड़कों का जाल बिछा रहा है. म्यांमार की सीमा के पास पीओके के स्कार्दू से लेकर चीन के कुनमिंग तक सड़क बनाई गई है. चीन ने पहले से ही अपने सारे हाईवे और रक्षा केंद्रों को भारतीय सीमा और वास्तविक नियंत्रण रेखा से जोड़ रखा है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः वी कुमार