पीएम से मिले बीजेपी नेता, भारद्वाज को हटाने की मांग
१३ अक्टूबर २०१०बीजेपी नेता लाल कृष्ण आडवाणी के नेतृत्व वाले शिष्ठमंडल ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि राज्यपाल ने पूर्वाग्रह से ग्रस्त हो कर काम किया हैं. उन्होंने सोमवार को राज्य विधानसभा में सरकार के विश्वास मत हासिल करने के "कुछ मिनटों के भीतर ही" केंद्र सरकार को राज्य में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर दी.
बीजेपी नेता आडवाणी, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली और वैंकेया नायडू प्रधानमंत्री से मिले तो वहां गृह मंत्री पी चिदंबरम भी मौजूद थे. जेटली ने पत्रकारों को बताया, "हमने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मुलाकात की है. उन्हें एक विस्तृत ज्ञापन भी दिया है. हमारी यह मुलाकात सिर्फ कर्नाटक के राज्यपाल को लेकर थी. पार्टी ने मांग की है कि उन्हें तुरंत वापस बुलाया जाए."
जेटली ने आरोप लगाया कि बैंगलोर में राजभवन राज्य सरकार को अस्थिर करने के लिए "खरीद फरोख्त का मुख्य केंद्र" बन गया है. उनके मुताबिक राज्यपाल पूर्वाग्रह से ग्रस्त हो कर काम कर रहे हैं. बीजेपी नेता ने दावा किया कि राज्यपाल की न तो भाषा और न कदम उनके संवैधानिक पद के अनुकूल थे. जेटली का आरोप है कि राज्यपाल अपने पद को राजनीति से अलग रखने में नाकाम रहे हैं.
जेटली का कहना है कि केंद्र सरकार को अब अपनी जिम्मेदारी पूरी करते हुए राज्यपाल को वापस बुला लेना चाहिए. बीजेपी ने कहा कि पहला विश्वास मत अपने आप में "परिपूर्ण" था. लेकिन पार्टी सिर्फ संवैधानिक टकराव को टालने के लिए राज्यपाल के कहने पर दूसरे विश्वास मत के लिए सहमत हुई.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ओ सिंह