पाकिस्तान से माफी नहीं मांगेगा अमेरिका
४ मई २०११व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जे कार्ने से जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या अमेरिका को लादेन के लिए पाकिस्तान में घुसने की अनुमति नहीं लेनी चाहिए थी तो उन्होंने जवाब दिया,"हम इसके लिए कोई माफी नहीं मांगेगे. वह हमारे देश का सबसे बड़ा दुश्मन था और उसने हजारों बेकसूर लोगों की हत्या की. कोई माफी नहीं."
इस्लाम से जंग नहीं
एक दिन पहले पाकिस्तान ने एबटाबाद में अमेरिकी सैन्य कार्रवाई को,"अनाधिकृत और इकतरफा कार्रवाई" कहा था जो पाकिस्तान सरकार की जानकारी के बगैर हुई. अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यालय का कहना है कि इसके बावजूद अमेरिका की इस्लाम से कभी कोई जंग नहीं रही. कार्ने ने कहा, "यह इस्लाम के खिलाफ जंग नहीं है. राष्ट्रपति बुश ने यह कहा, राष्ट्रपति ओबामा ने भी यह कहा. ओसामा बिन लादेन मुस्लिम नेता नहीं था वह बड़ी संख्या में मुसलमानों और दूसरे धर्म को मानने वाले लोगों का हत्यारा था."
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता के मुताबिक, "यह हमारा पाकिस्तान, दूसरे देशों और अमेरिकी मुसलमानों के साथ सहयोग है जिसने अल कायदा से लड़ाई, अमेरिकी लोगों और इस देश को बचाने की कोशिशों में पूरी मदद की." लादेन के खिलाफ कार्रवाई का यह मतलब नहीं है कि कोई इस्लाम के खिलाफ पूरी तरह से आदर भाव नहीं रखता, अमेरिका ऐसा करता है. इससे इस सच्चाई में कोई बदलाव नहीं आया है कि राष्ट्रपति इस बात पर पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं कि यह कदम इस्लाम के खिलाफ नहीं है."
कार्ने ने कहा कि कई तरीकों से यह साबित हो जाता है कि लादेन गुजरे जमाने की बात है. कार्ने के मुताबिक, "आजादी की मांग पर जिस तरह से पिछले कुछ महीनों में अरब जगत की सड़कों पर प्रदर्शन हुए हैं वह इस बात की निशानी हैं कि ओसामा बिन लादेन और अल कायदा अरब जगत पर काबू करना चाहते थे और जिसके विरोध में बड़ा आंदोलन खड़ा हो गया."
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः आभा एम