पाकिस्तान कर रहा है कार्रवाईः ज़रदारी
९ दिसम्बर २००८ज़रदारी का लिखा हुआ लेख अमेरिकी अख़बार न्यू यॉर्क टाइम्स की वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया है. ज़रदारी ने लिखा है, "रविवार के छापों और इस दौरान आतंकवादियों की गिरफ़्तारी से हमने दिखाया है कि पाकिस्तान अपनी सीमा में गैरसरकारी तत्वों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करेगा. वह उन्हें अपराधी, आतंकवादी और हत्यारा मानता है."
पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी सरकार उस किसी को भी पकड़ने के लिए तत्पर है, जो मुंबई के आतंकवादी हमले के पीछे हैं. भारत ने पाकिस्तान से साफ़ शब्दों में कह रखा है कि कि वह कार्रवाई करे, नहीं तो दोनों देशों के रिश्ते संकट में पड़ सकते हैं.
पाकिस्तान ने जांच में सहयोग का वादा किया है लेकिन साफ़ कर दिया है कि पकड़े गए किसी शख़्स को भारत के हवाले नहीं किया जाएगा और उसके ख़िलाफ़ पाकिस्तान में ही मुक़दमा चलेगा.
मुंबई में 26 नवंबर को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्ते बेहद कड़वे हो गए हैं और चार साल से चली आ रही शांति प्रक्रिया खटाई में पड़ गई है. अमेरिका ने भारत से संयम बरतने की अपील की है, जबकि कहा है कि गेंद अब पाकिस्तान के पाले में है और उसे इस हमले में शामिल तत्वों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करनी होगी. मुंबई हमलों में कम से कम 171 लोग मारे गए.
पाकिस्तान ने इस बात को तो क़बूल लिया है कि वहां छापे मारे गए हैं और गिरफ़्तारियां हुई हैं लेकिन ज़रदारी ने यह नहीं बताया कि छापे किन इलाक़ों में मारे गए और किन लोगों को गिरफ़्तार किया गया है.
हालांकि ख़ुफ़िया विभाग और आतंकवादियों के सूत्रों के हवाले से समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने ख़बर दी है कि पकड़े गए लोगों में वह शख़्स भी शामिल है, जिस पर मुंबई में घुसे 10 आतंकवादियों को नियंत्रण करने और उन्हें निर्देश देने का आरोप है.
रिपोर्ट के मुताबिक़ पाकिस्तानी कब्ज़े वाले कश्मीर की राजधानी मुज़फ़्फ़राबाद में लश्कर ए तैयबा के कार्यकारी प्रमुख ज़कीउर रहमान लक़वी को गिरफ़्तार किया गया है.
इस बीच, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ने भी साफ़ कर दिया है कि पाकिस्तान गिरफ़्तार किए गए किसी शख़्स को भारत के हवाले नहीं करेगा. उन्होंने कहा, "जो पाकिस्तानी नागरिक हैं, उन्हें भारत के हवाले करने का सवाल ही पैदा नहीं होता."
क़ुरैशी ने कहा, "और अगर उनके ख़िलाफ़ कोई आरोप साबित होता है, तो पाकिस्तान का अपना क़ानून है. पाकिस्तान की अपनी अदालत है, अपने नियम हैं और इन्हीं नियमों के मुताबिक़ उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी."