परिवार की रिहाई के लिए लादेन के बेटे ने मांगी मदद
१९ जुलाई २०१०समाचार एजेंसी रॉयटर्स के साथ इंटरव्यू में ओमर ने बताया कि जब 2001 में अमेरिका ने अफगानिस्तान पर हमला किया तो उनके रिश्तेदार भागकर ईरान चले गए. तब से वे ईरान में ही हैं और नजरबंदी में रह रहे हैं. कतर की राजधानी दोहा में ओमर ने बताया, "हमारी कतर की सरकार से बात हो रही है. उन्होंने हमारी बहुत मदद की है और इस बारे में काफी मेहनत कर रहे हैं. उन्होंने दुनिया के कई देशों की मदद की है और उम्मीद है हमारी भी करेंगे."
ओसामा की पहली बीवी से हुए उसके कई बच्चे 2001 में भाग कर ईरान चले गए थे. इनमें 27 वर्षीय ओथमान, 22 वर्षीय फातिमा शामिल हैं. ओसामा की तीसरी पत्नी खैरिया और उससे हुआ एक बेटा भी ईरान में हैं. ओमर ने बताया कि उसकी एक 17 वर्षीय बहन ईमान ने जब तीन महीने पहले तेहरान के सउदी दूतावास में शरण ली तो उसे रिहा कर दिया गया. फिलहाल वह सीरिया में हैं. बाकी दूसरे लोग तेहरान में एक जगह पर रखे गए हैं जो बिना इजाजत न कहीं जा सकते हैं और न ही किसी को फोन कर सकते हैं. ओमर का कहना है, "उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है. किसी ने भी नहीं."
ओमर अभी कतर में रहते हैं और उनका मानना है कि अगर परिवार सउदी अरब को छोड़कर दूसरे किसी देश में जाने का इरादा करता है तो रिहाई के बेहतर मौके होंगे. उनके मुताबिक, "सउदी अरब और ईरान के बीच समस्या है. ईरान हमारे परिवार को वापस नहीं भेजना चाहता है. इसीलिए मैं कतर और सीरिया की मदद के लिए कह रहा हूं. वे यहां आना चाहते हैं. सीरिया या फिर ऐसे किसी और देश में भी जा सकते हैं जो उन्हें स्वीकार करे."
मुस्लिम सुन्नी देश सउदी अरब और शिया ईरान के बीच लंबे समय से क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्विता रही है और शिया सुन्नी के बीच पारंपरिक तनाव और ईरान के परमाणु कार्यक्रम की वजह से दोनों के बीच भरोसे की कमी रही है. कतर अमेरिका का नजदीकी सहयोगी है और अमेरिकी सेना का एक बड़ा अड्डा भी उसके यहां है. वह क्षेत्र में मध्यस्थता की कोशिश करता रहा है, खासकर ईरान से जुड़े मामलों पर. वह लेबनान, यमन और दारफूर में इस तरह की भूमिका निभाता रहा है. यूं तो कतर एक छोटा सा देश है लेकिन दुनिया में प्राकृतिक गैस का सबसे बड़ा निर्यातक है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः वी कुमार