नस्लवाद पर ब्लाटर के रुख में नरमी
६ अप्रैल २०१३नस्लवादी हरकतों के गंभीर मामलों में क्लबों को डिग्रेड करने की मांग पर अपना रवैया नर्म करते हुए ब्लाटर ने संकेत दिया है कि फैन जानवूझकर कर घटनाओं को उकसा सकते हैं. उन्होंने कहा है कि क्लबों को प्वाइंट कम करने की सजा देना आसान हल नहीं है. ब्लाटर ने फीफा द्वारा खेल में नैतिकता पर कराए गए एक सम्मेलन में कहा, "इसका नतीजा यह हो सकता है कि लोग जानबूझकर स्टेडियम में खेल रोकने के लिए आएंगे."
जनवरी में सेप ब्लाटर ने फीफा की वेबसाइट पर नस्लवाद को रोकने के लिए प्रतिबंधों के मुद्दों पर चर्चा की थी. उसमें उन्होंने कहा था, "सबसे अच्छा प्वाइंट काटना और टीम को डिग्रेड करना होगा, क्योंकि आखिरकार अपने दर्शकों के लिए क्लब जिम्मेदार हैं." अपनी ताजा टिप्पणी में ब्लाटर ने इस पर जोर दिया कि सख्त प्रतिबंध जरूरी हैं, लेकिन इस पर सवाल उठाया कि फुटबॉल के अधिकारी नस्लवाद को रोकने के लिए किस हद तक जा सकते हैं.
बाद में पत्रकारों से बात करते हुए ब्लाटर ने कहा, "हमें कुछ करना होगा. लेकिन खतरा यह है कि यदि हम कहें कि मैच फिर से खेला जाएगा, या प्वाइंट काटा जाएगा, या कुछ और, तो इससे गड़ब़ड़ी फैलाने वाले लोगों और दलों के लिए समस्या पैदा करने का रास्ता खुल जाएगा."
ब्लाटर ने फीफा के उपाध्यक्ष जेफरी वेब के नेतृत्व में एक टास्क फोर्स बनाई है जिसका काम फुटबॉल के मैदान पर और स्टेडियम में भेदभाव की समस्या का अध्ययन करना है अंत में उसके हल के लिए प्रतिबंधों का सुझाव देना है. वेब अपनी अंतरिम रिपोर्ट इस साल मई में मॉरीशस में फीफा महासभा के दौरान 209 सदस्यों को सौंपेंगे.
उनकी टीम में घाना के केविन प्रिंस बोआटेंग भी हैं. एसी मिलान के लिए खेलने वाले मिडफील्डर ने जनवरी में नस्लवाद से निबटने की मिसाल पेश की थी और खेल के दौरान मैदान छोड़कर बाहर निकल गए थे. इसकी वजह से इटैलियन क्लब के साथ हो रहा दोस्ताना मैच रोक देना पड़ा था.
बोआटेंग ने पिछले महीने जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र नस्लवाद विरोधी सभा को संबोधित किया. उसके बाद ब्लाटर ने बोआटेंग से मुलाकात की थी. ब्लाटर ने कहा कि ग्लोबल प्लेयर्स यूनियन ने विश्व भर में एक समान अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की है. ब्लाटर ने कहा. "उसका स्तर समान होना चाहिए. इस बारे में कांग्रेस में प्रस्ताव पास किया जाएगा."
एमजे/एएम (एपी)