धीरे धीरे रूसी कांड में घिरते ट्रंप
१७ मई २०१७सामने आए एक दस्तावेज के मुताबिक राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने व्यक्तिगत रूप से संघीय जांच एजेंसी एफबीआई के पूर्व निदेशक जेम्स कोमी से दरख्वास्त की. ट्रंप ने फरवरी में तत्कालीन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल फ्लिन के रूस से संबंधों को लेकर जारी जांच को रद्द करने की मांग की.
ट्रंप की कार्यप्रणाली को लेकर 24 घंटे के भीतर यह दूसरा बड़ा खुलासा है. इससे पहले अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट ने दावा किया था कि ट्रंप ने गोपनीय खुफिया जानकारी रूसी विदेश मंत्री और राजदूत के साथ साझा की. इस्लामिक स्टेट से जुड़ी गोपनीय जानकारी इस्राएल ने अमेरिका को दी थी. पहले ट्रंप प्रशासन जानकारी साझा करने से इनकार करता रहा. बाद में ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि राष्ट्रपति होने के नाते उन्हें जानकारी साझा करने का अधिकार है. अमेरिका के साझेदारों और अमेरिकी संसद के कुछ सदस्यों ने इस पर आपत्ति जताई है.
जेम्स कोमी को ट्रंप ने पिछले हफ्ते ही एफबीआई निदेशक के पद से हटा दिया था. फरवरी में व्हाइट हाउस में हुई एक मीटिंग के बाद कोमी ने मेमो में लिखा था कि राष्ट्रपति फ्लिन और उनके रूसी संपर्कों से जुड़ी जांच बंद करने को कह रहे हैं. रूस पर बीते साल अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनावों में दखल देने का आरोप है. आरोपों के मुताबिक मॉस्को ने हिलेरी क्लिंटन को हराने के लिए ट्रंप की मदद की. कोमी के मेमो से साफ हो चुका है कि राष्ट्रपति ने जांच को प्रभावित करने की कोशिश की.
ट्रंप की अपनी रिपब्लिकन पार्टी के नेता जैसन चीफैत्स ने एफबीआई से ट्रंप और कोमी के बीच में हुए हर संवाद के दस्तावेज मांगे हैं. इसके लिए एफबीआई को एक हफ्ते का समय दिया गया है. चीफैत्स ने कहा, "अगर समन की जरूरत पड़ी तो हम वो भी करेंगे." ट्रंप के मुखर आलोचक और शीर्ष डेमोक्रैट नेता इलियाह कमिंग्स ने कोमी पर ट्रंप के दबाव को विस्फोटक करार दिया है. कमिंग्स ने कहा, "बिल्कुल किताब की तरह ऐसा लगता है जैसे अपराध न्याय में बाधा डाल रहा हो." (उफ्फ.. यहां भी ट्रंप)
ओएसजे/एमजे (एएफपी)