दिल्ली का युवक बना हीरो 'पाय'
२९ अक्टूबर २०१०ऑडिशन के लिए 3,000 युवकों में से एंग ने सूरज को चुना. उन्हें अभिनय का कोई अनुभव नहीं है. लेकिन वह फिल्म में पाय पटेल की भूमिका अदा करेंगे. फिल्म एक किताबी लाइफ ऑफ पाय की कहानी पर आधारित है. बुकर पुरस्कार से सम्मानित यह किताब यान मार्टल ने लिखी है.
ताइवान के फिल्म निर्देशक ली ने कहा, "16 साल के पाय को ढूंढना सबसे मुश्किल काम था. हमने पूरे भारत में एक युवक की तलाश की जो अपनी मासूमियत से हमारा ध्यान अपनी ओर खींच ले, चरित्र की गहराई से मेल खाता हो, साथ ही उसका शारीरिक गठन पाय जैसा हो. ऑडिशन के दौरान सूरज बिलकुल पाय जैसा था, उसने पूरा कमरा भावनाओं से भर दिया, इनमें से अधिकतर भावनाएं उसने अपनी आंखों से जाहिर की. पूरे समय कहानी की दुनिया में बने रहने की उसकी जो क्षमता है वह अनमोल है."
लाइफ ऑफ पाय एक जहाज दुर्घटना में बचे पाय पटेल की कहानी है जो कई महीने समुद्र में लाइफ बोट में एक बंगाल टाइगर, ओरांग उटान और एक लकड़बग्घे के साथ गुजारता है.
ली की ऑस्कर पुरस्कार जीतने वाली फिल्मों में सबसे मशहूर क्रोचिंग टाइगर, हिडन ड्रैगन, सेंस एंड सेंसिबिलिटी की कहानी पर बनी फिल्म है. वह लाइफ ऑफ पाय को थ्री डी तकनीक के साथ बनाना चाहते हैं.
फिल्म बनाने की शुरुआत जनवरी में भारत और ताइवान में की जाएगी. इसे ट्वेंटिएथ सेंचुरी फॉक्स 14 दिसंबर 2012 में रिलीज करेगा.
रिपोर्टः पीटीआई/आभा एम
संपादनः ओ सिंह