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'तुर्की के साथ संवाद ढीला नहीं हो'

२४ जून २०१३

यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों की बैठक से पहले जर्मन विदेश मंत्री गीडो वेस्टरवेले ने कहा कि उन्हें तुर्की को ईयू में शामिल करने पर बातचीत फिर शुरू करने के बारे में फैसले की उम्मीद नहीं है.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

वेस्टरवेले ने कहा, "तुर्की में हाल के हफ्तों में जो विरोध फैले हैं वह अच्छे तो कतई नहीं हैं. लेकिन दूसरी ओर यह भी साफ है कि हम बातचीत का धागा टूटने या हल्का नहीं होने देना चाहते."

हालांकि ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री माइकल स्पिनडेलेगेर ने कहा कि यूरोपीय संघ हाल में विरोध प्रदर्शनकारियों पर हमलों को नजरअंदाज नहीं कर सकते. "नए सिरे से बातचीत करने से पहले तुर्की की ओर से कोई पहल होनी चाहिए." वहीं यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रभारी कैथरीन एश्टन का कहना है, "मेरा हमेशा से विश्वास था कि तुर्की का भविष्य हमारे साथ है. लेकिन इसके लिए जो काम उन्हें करना है उन सब में बहुत विकास करना होगा."

लक्जमबर्ग में यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों की बैठक हो रही है. सीरिया संकट और अफगानिस्तान में विकास के अलावा तुर्की भी एक मुद्दा होगा. पहले की बैठकों में सीरिया में विद्रोहियों को हथियार देने के प्रतिबंध पर बहस हो रही थी. यह रोक इस महीने की शुरुआत में ही खत्म हो गई है. अब यूरोपीय संघ के सदस्य देशों को तय करना है कि वह इस विषय पर क्या करेंगे.

फ्रांस और ब्रिटेन सहित सभी सदस्य देश जिन्होंने ये प्रतिबंध खत्म करने के लिए पूरी ताकत लगा दी थी. उन्होंने वादा किया है कि वह अगस्त से पहले विद्रोहियों को हथियार नहीं देंगे. वे उम्मीद कर रहे हैं कि जेनेवा में इस सप्ताहांत में फ्रेंड्स ऑफ सीरिया के साथ होने वाली शांति वार्ता में कोई हल निकल सकेगा. इस संगठन में कई ईयू सदस्य देशों के अलावा कुछ और देश भी हैं. ये सभी देश विद्रोहियों को हथियार देने के समर्थक हैं.

Catherine Ashton EU Kommissarin
ईयू के विदेश मामलों की प्रभारी कैथरीन एश्टनतस्वीर: Stanislav Filippov/AFP/Getty Images

ईयू की विदेश नीति प्रभारी एश्टन सोमवार को ही सीरिया के बारे में विस्तृत रिपोर्ट पेश करेंगी. जिसमें वहां का राजनीतिक हल, सीरिया और आस पास के देशों के लिए मानवीय जरूरतें और यूरोप के लिए सुरक्षा के खतरों की चर्चा की जाएगी.

दिन में मंत्रियों के साथ नाटो के महासचिव आंदर्स फो रासमुसेन भी शामिल होंगे और वह अफगानिस्तान में विकास के बारे में जानकारी देंगे. 2014 से अंतरराष्ट्रीय सेना वहां से लौटनी हैं.

इस बैठक के औपचारिक एजेंडा में तु्र्की शामिल नहीं है. लेकिन बुधवार से पहले यूरोपीय संघ के सदस्य देशों को फैसला लेना होगा कि सदस्यता के मुद्दे पर नया अध्याय शुरू करना है या नहीं. जर्मनी ने तुर्की में हाल के विरोध प्रदर्शनों और प्रदर्शनकारियों के दमन पर चिंता जाहिर की थी.

एएम/एनआर (डीपीए)

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