तासीर के हत्यारे का फूलों से स्वागत
७ जनवरी २०११एक दिन के पुलिस रिमांड के बाद कादरी को एक आंतकवाद निरोधी अदालत में पेश किया गया. जज मोहम्मद अकरम आवां ने कादरी को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया.
26 साल का कादरी सलमान तासीर का अंगरक्षक था. मंगलवार को उसने भरे बाजार में अपनी सब मशीनगन से आठ गोलियां तासीर के शरीर में उतार दीं. तासीर की मौके पर ही मौत हो गई. इसके बाद कादरी ने अपना हथियार जमीन पर रख दिया और खुद को सुरक्षा बलों के हवाले कर दिया. उसने बड़े गर्व से कुबूल किया कि उसने तासीर को कत्ल कर दिया है क्योंकि पंजाब के गवर्नर तासीर ईशनिंदा कानून का विरोध कर रहे थे.
गुरुवार को जब कादरी को पेशी के लिए अदालत लाया गया तो कोर्ट के अहाते में सैकड़ों लोग जमा थे. इनमें धार्मिक संगठनों के दर्जनों कार्यकर्ता थे जो कादरी के समर्थन में नारे लगा रहे थे. कादरी के समर्थन का आलम यह है कि करीब 200 वकीलों ने उसका केस मुफ्त में लड़ने की पेशकश की है.
उदारवादी माने जाने वाले सलमान तासीर के कत्ल ने पाकिस्तान के समाज को दो हिस्सों में बांट दिया है. एक तरफ वे धार्मिक संगठन हैं जो कादरी की तारीफ कर रहे हैं. दूसरी तरफ उदारवादी लोग और अंतरराष्ट्रीय तबका है जिसने सलमान तासीर की हत्या की कड़े शब्दों में निंदा की है.
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के करीबी रहे 66 साल के तासीर ने ईशनिंदा कानून के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया था. उन्होंने पिछले साल आसिया बीबी के समर्थन में बयान भी दिए, जिसे ईशनिंदा के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई है.
तासीर की हत्या को एक बड़ी साजिश माना जा रहा है. जांच अधिकारियों ने 36 पुलिस वालों को गिरफ्तार किया है. इसमें सलमान तासीर की सुरक्षा में लगे 16 सैनिक भी शामिल हैं. इसके अलावा सुरक्षाबलों की ड्यूटी तय करने वाले अधिकारियों को भी हिरासत में लिया गया है. कादरी के चार भाइयों और पिता को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस बीच पाकिस्तानी तालिबान के एक धड़े ने तासीर की हत्या की जिम्मेदारी ली है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ए जमाल