जैक्सन से जुड़ी अनसुलझी गुत्थियां
१ जुलाई २००९माइकल जैक्सन का शव नेवरलैंड रैंच ले जाया जाएगा. अमेरिकी चैनल सीएनएन और टीएमजेड वेबसाइट ने जैक्सन के परिवार के हवाले से कहा है कि शुक्रवार को लोग जैक्सन को आख़िरी बार देख सकेंगे. इस मौक़ै पर हज़ारों फ़ैन्स के नेवरलैंड में जमा होने की उम्मीद है.
दूसरी तरफ़ कहा जा रहा है कि दवाई की अधिकता माइकल की मौत का एक कारण हो सकती है. अज्ञात सूत्रों के हवाले से टीएमजेड वेबसाइट ने लिखा है कि जैक्सन के शव की जांच में प्रोपोफॉल नाम की दवाई पाई गई जो बहुत तेज़ दवा है और केवल डॉक्टरों के पास होती है. इसे घर पर लेने के लिए नहीं दिया जाता. वेबसाइट ने लिखा है कि "यह दवाई कैसे किसी घर में इस्तमाल करने के लिए दी जा सकती है, यह समझ से बाहर है." यह दवाई बहुत "ख़तरनाक और स्ट्रांग" है.
इससे पहले जैक्सन की एक नर्स ने सीएनएन को बताया कि जैक्सन ने उनसे डिप्रिवैन की मांग की थी जो प्रोपोफॉल का ब्रैंड नेम है. नर्स चैरलिन ली ने यह दवा देने से इनकार कर दिया था. इस पर माइकल जैक्सन ने कहा था, "मैं सोना चाहता हूं. आप समझती नहीं कि मैं सब भूलकर सो जाना चाहता हूं."
कहा जा रहा है कि 30 कारों वाले क़ाफिले के साथ जैक्सन का शव उनकी पसंदीदा जगह नेवरलैंड ले जाया जाएगा. एक हज़ार पचास हैक्टेयर की ज़मीन पर जैक्सन ने अपने लिए बड़ा आलीशान मकान बनावाया था जो कुछ ही समय के लिए घर बन सका. 2005 में बाल उत्पीड़न के आरोपों के बाद जैक्सन ने यह जगह छोड़ दी और फिर कभी वहां नहीं गए.
सांता बार्बरा के अधिकारियों ने कहा है कि उन्हें इस बारे में कोई अधिकारिक आवेदन नहीं मिला है कि जैक्सन का परिवार नेवरलैंड को स्मारक बनाना चाहता है. हालांकि अधिकारियों ने यह ज़रूर कहा कि अगर नेवरलैंड में अंतिम संस्कार करने की बात आती है, तो उनकी तैयारी पूरी है.कई फ़ैन्स का मानना है कि उनकी रैंच को स्मारक में बदल दिया जाना चाहिए और जैसे ग्रैसलैंड में एल्विस प्रिस्ली का स्मारक है, उसी तरह नेवरलैंड में जैक्सन का स्मारक बनाया जाए.
उधर पूरी प्रक्रिया में माइकल जैक्सन के पिता जो जैक्सन कहीं नज़र नहीं आए, जो अपने सभी नौ बच्चों को संगीत की दुनिया में लाए. हालांकि माइकल जैक्सन के साथ उनके संबंध मधुर नहीं थे.
रिपोर्ट-एजेंसियां/आभा मोंढे
संपादन-ए कुमार