जिंदगी छेद गया तूफान
१९ नवम्बर २०१३फिलीपींस में आए अब तक के सबसे खतरनाक तूफान को 10 दिन बीत गए हैं. पूर्वी समर प्रांत के कुछ गांवों को अब भी राहत और बचाव दल का इंतजार है. समर प्रांत में ही सबसे पहले तूफान ने कहर बरपाया था. गांववालों का कहना है कि वो अब भी राहत के इंतजार में हैं. हैयान तूफान से मची तबाही के बाद से फिलीपींस लंबे चलने वाले पुनर्निर्माण के काम में जुटा है. हैयान में करीब 3974 लोग मारे गए जबकि 1186 लोग अब भी लापता हैं. अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के मदद कार्य के बावजूद कई ऐसे समुदाय हैं जिन्हें अब भी राहत सामग्री नहीं मिल पाई है. पूर्वी समर के तटीय इलाकों में स्थित गांवों में दिल पसीजने वाले बैनर लगे हुए हैं. यह बैनर ध्यान खींचने के लिए हाथ से लिखकर लगाए हैं. इन बैनरों में लिखा, ''हमारी मदद करो..'' और "हमें अनाज की जरूरत है."
अनाज के लिए तरसते लोग
हरनानी में तो तूफान ने चंद पलों में खेतों को समंदर बना दिया. मकान तेज पानी में कागज की तरह बह गए. यहां 200 लोगों का छोटा समुदाय रहता था. तूफान में कई लोगों की मौत हो गई. एक परिवार का कहना है कि यहां सिर्फ एक बार खाना और पानी पहुंचा है. जबकि बाकी लोगों का कहना है कि अब तक कोई राहत सामग्री नहीं पहुंची. दस सदस्यों वाला कंदिदो परिवार का घर तूफान में बर्बाद हो गया. अब परिवार प्लास्टिक की चादर के सहारे सूरज और मूसलाधार बारिश से खुद को बचाता है.
परिवार के सदस्य नेस्टर कंदिदो के मुताबिक, "हमें अपने भविष्य के लिए कोई विकल्प नहीं दिख रहा है.'' 39 वर्षीय नेस्टर कहते हैं कि उनका परिवार खेतों में सब्जियां उगाता है और नारियल की फसल से जिंदगी चलाता है, लेकिन अब सब कुछ तबाह हो गया है. एक और फसल के लिए काफी समय लगेगा. कुछ ही दूरी पर 10 साल की इदा ओरेसी का मकान है. तूफान के बाद कुछ बचा है तो सिर्फ किचन में बर्तन धोने वाला सिंक और टॉयलट. ओरेसी कहती हैं, "ये बहुत कठिन है. हमारे सिर पर छत नहीं है. हमारे पास न खाना है और न ही कपड़े हैं. यह बहुत दुख देने वाला है."
राहत की आस
हालांकि दूरदराज के इलाकों में सहायता पहुंचने लगी है. वियतनाम युद्ध के दौरान इस्तेमाल किए गए हेलिकॉप्टर के जरिए फिलीपींस एयरफोर्स ग्रामीण इलाकों में मदद पहुंचा रही है. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक कुछ पहाड़ी इलाकों में अब भी लोग भूखे हैं. विसाया प्रांत के कई इलाकों के बारे में जानकारी सीमित है. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक कपिज प्रांत में 60 फीसदी लोगों को खाद्य सामग्री की जरूरत है. राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण और प्रबंधन परिषद के निदेशक एडुआर्डो डेल रोसारियो के मुताबिक, "असल में हम राहत सामग्री हर किसी को उपलब्ध करा चुके हैं."
विश्व खाद्य कार्यक्रम के मुताबिक 19 लाख लोगों तक खाद्य सामग्री पहुंचाई जा चुकी है. संस्था के कार्यकारी निदेशक एरथारिन कजिन के मुताबिक, "हम सच्चाई जानते हैं कि कई लोग तूफान की चपेट में आए हैं. हमें अपने प्रारंभिक आकलन से पता चला कि 25 लाख लोगों को अनाज की सख्त जरूरत है."
फ्रांस की संस्था डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने वियासा की निराशाजनक तस्वीर पेश की. खासकर लिएटे प्रांत में हालत बहुत बुरी है. संस्था के मुताबिक तूफान की सबसे ज्यादा मार झेलने वाले ताकलोबान में वह कार पार्किंग को साफ करके तंबू पर अस्पताल बनाने की कोशिश कर रही है. एक चश्मदीद का कहना है कि मलबों में अब भी शव दबे हुए हैं. ताकलोबान के दक्षिण में 55 हजार की आबादी वाले बुरुअन शहर में स्थिति दुखद है. अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और कई देशों ने फिलीपींस की मदद के लिए करीब 25 करोड़ अमेरिकी डॉलर का एलान किया है.
एए/एमजी (रॉयटर्स)