1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

जर्मन राज्य में वामपंथी पार्टी की बड़ी जीत

२८ अक्टूबर २०१९

जर्मनी की वामपंथी पार्टी डी लिंके ने थुरिंजिया राज्य में शानदार जीत दर्ज की है. शुरुआती नतीजों में वामपंथी पहले और धुर दक्षिणपंथी एएफडी पार्टी दूसरे स्थान पर है. वहीं चांसलर मैर्केल की पार्टी तीसरे नंबर पर खिसक गई है.

https://p.dw.com/p/3S2xn
Deutschland Thüringen Landtag Bodo Ramelow als Ministerpräsident gewählt Christine Lieberknecht
तस्वीर: Reuters/K. Pfaffenbach

जर्मनी के पूर्वी राज्य थुरिंजिया में रविवार को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले गए. मतदाताओं ने धुर दक्षिणपंथी एएफपी पार्टी को मजबूत बनाया है लेकिन राज्य में सबसे बड़ी ताकत डी लिंके पार्टी ही बनी है. सभी जिलों से मिले आंकड़े बताते हैं कि डी लिंके पार्टी को 31 प्रतिशत वोट मिलने जा रहे हैं जबकि एएफडी पार्टी 23.4 प्रतिशत वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहेगी. चांसलर अंगेला मैर्केल की सीडीयू पार्टी को 21.8 प्रतिशत वोट के साथ तीसरे स्थान पर ही संतोष करना होगा.

थुरिंजिया राज्य में मतदान प्रतिशत अप्रत्याशित रूप से ज्यादा रहा. कुल 17 लाख वोटरों में से 65 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. पिछले चुनाव में यह आंकड़ा सिर्फ 53 प्रतिशत था. इन आंकड़ों में डाक मतपत्रों को शामिल नहीं किया गया है.

हालांकि डी लिंके पार्टी के लिए यह नतीजे ऐतिहासिक हैं लेकिन इससे यह भी संकेत मिलता है कि आने वाले दिनों में राज्य में सरकार का गठन कितना मुश्किल होने वाला है. अभी डी लिंके वहां एसपीडी और ग्रीन पार्टी के साथ मिल कर सरकार चला रही है. एसपीडी को इस चुनाव में सिर्फ 8.2 प्रतिशत वोट मिले हैं. 2014 के चुनाव के मुकाबले पार्टी ने अपने चार प्रतिशत वोटर खोए हैं.

ये भी पढ़िए: किसी जर्मन से ये बातें कभी ना पूछना

ग्रीन पार्टी को भी कुछ नुकसान हुआ है और उसे 5.2 प्रतिशत वोट मिले हैं. इतना साफ है कि मौजूदा सत्ताधारी गठबंधन अपना बहुमत खोने जा रहा है. लगभग पांच प्रतिशत वोट पाने वाली एफडीपी पार्टी पहले ही डी लिंके के साथ गठबंधन करने से इनकार कर चुकी है.

थुरिंजिया में ब्योर्न होएके एएफडी पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं जो अपने विवादित बयानों के लिए खासे चर्चा में रहते हैं. वह बर्लिन में यहूदी नरसंहार के स्मारक को "शर्म का स्मारक" कह चुके हैं. एग्जिट पोल के बाद होएके ने कहा कि मतदाता बर्लिन की दीवार गिरने जैसा ही एक और बदलाव चाहते हैं. सरकारी टीवी एआरडी से बातचीत में उन्होंने कहा, "यह साफ संकेत है कि थुरिंजिया के बड़े हिस्से ने कह दिया है: ऐसे तो नहीं चल सकता. हमें कुछ नया चाहिए- हमें इस बात को गंभीरता से लेना होगा."

होएके ने कहा कि अगले चुनाव में उनकी पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलेगा. जर्मनी के पूर्वी राज्यों में एएफडी को अच्छा समर्थन मिल रहा है. सितंबर में हुए चुनावों में सेक्सनी अनहाल्ट राज्य में उसे 27.5 प्रतिशत और ब्रांडेनबुर्ग राज्य में 23.5 प्रतिशत मत मिले थे. हालांकि अभी तक कोई अन्य पार्टी एएफडी के साथ मिल कर राष्ट्रीय या प्रांतीय स्तर पर सरकार बनाने को तैयार नहीं है.

थुरिंजिया जर्मनी का अकेला ऐसा राज्य है जहां वामपंथी पार्टी डी लिंके का मुख्यमंत्री है. बोडो रामलोव वहां मध्य वामपंथी पार्टी एसपीडी और पर्यावरण से जुड़े मुद्दों को अहमियत देने वाली ग्रीन पार्टी के साथ मिल कर 2014 से गठबंधन सरकार चला रहे हैं. उन्होंने एआरडी के साथ बातचीत में कहा, "मैं साफ तौर पर खुद को मजबूत देख रहा हूं. मेरी पार्टी को सरकार बनाने के लिए जनादेश मिला है और मैं इस जिम्मेदारी को निभाऊंगा."

एके/आईबी (डीपीए, रॉयटर्स, एपी)

__________________________

हमसे जुड़ें: WhatsApp | Facebook | Twitter | YouTube | GooglePlay | AppStore

ये भी पढ़िए: ये हैं जर्मनी की मुख्य राजनीतिक पार्टियां

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें