जर्मन रक्षामंत्री सांसत में
२१ जनवरी २०११दिसंबर के महीने में अफगानिस्तान में तैनात जर्मन टुकड़ी के एक सैनिक की मौत हो गई थी, जिसे दुर्घटना बताया गया था. इस बीच संकेत मिल रहे हैं कि उसकी मौत एक दूसरे सैनिक की गोली से हुई थी. विपक्ष की ओर से आरोप लगाया जा रहा है कि रक्षामंत्री ने गलत सूचना दी. माना जा रहा है कि उनके मंत्रालय ने ही यह सूचना दी थी. इस सिलसिले में संसद की रक्षा समिति की अध्यक्ष सुज़ाने कास्टनर ने कहा है कि मंत्रालय ने न सिर्फ संसदीय समिति को गलत सूचना दी है, बल्कि वह सूचना देने में लगातार आनाकानी करता है, सूचनाएं छिपाता है.
अब इस बात का पता लगाया जाएगा कि क्या गुटेनबैर्ग के पास सूचना थी. अगर गलती उनके मंत्रालय की है, तो उस हालत में भी मंत्री को ही जिम्मेदार माना जाएगा. ज्ञातव्य है कि पूर्व रक्षा मंत्री फ्रांत्ज योजेफ युंग को भी गलत सूचना देने के आरोप के चलते अपना पद छोड़ना पड़ा था.
गुटेनबैर्ग ने एक साक्षात्कार में कहा है कि उन्होंने एक दिन के अंदर ही सही सूचना दी थी. क्रिसमस के समय चांसलर अंगेला मैर्केल की अफगानिस्तान यात्रा के दौरान उन्होंने कहा था कि जिस गोली से सैनिक की मौत हुई, वह एक दूसरे सैनिक के हथियार से चलाई गई थी.
रक्षा मंत्रालय में एक दूसरा प्रकरण भी सामने आया है. जर्मन नौसेना के जहाज गोर्च फोर्क में प्रशिक्षार्थी सैनिकों ने अपने अधिकारी का आदेश मानने से इंकार कर दिया था और एक बलवे की स्थिति उत्पन्न हो गई थी. दांड़ से गिरने के बाद एक महिला नौसैनिक की मौत हो गई थी और उसके बाद अशांति फैल गई थी. रक्षा मंत्री गुटेनबैर्ग ने कहा है कि सैनिकों के प्रशिक्षण के नियमों में आवश्यक परिवर्तन किए जाएंगे. उन्होंने इस आरोप को ठुकरा दिया कि मंत्रालय के कामों पर उनका नियंत्रण नहीं रह गया है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उ भट्टाचार्य
संपादन: एन रंजन