राजा ने प्रेम के लिए छोड़ दी गद्दी
२७ नवम्बर २०१७बात थोड़ी पुरानी जरूर है लेकिन बहुत पुरानी नहीं. साल 1936 में किंग एडवर्ड अष्टम दो बार तलाक ले चुकी अमेरिकी सोशलाइट वालिस सिम्पसन से शादी करने पर अड़ गए. ब्रिटेन के राजपरिवार में खलबली मच गई और आखिरकार राजा बनने के महज 11 महीने बाद उन्होंने गद्दी छोड़ने का फैसला किया. प्रेम के लिए गद्दी छोड़ने की यह कुछ चुनिंदा मिसालों में से एक है जिसे 20वीं सदी के महान प्रेम का दर्जा दिया जाता है. एडवर्ड को जब शाही दायित्वों से मुक्त किया जा रहा था तो उन्होंने कहा, "जब मैं आपसे कह रहा हूं तो आपको मेरा यकीन करना होगा कि मेरे लिए राजा के रूप में मेरे दायित्वों का निर्वहन और इस बोझ को बिना उस महिला की मदद के उठाना असंभव है जिसे मैं प्रेम करता हूं." यह कह कर एडवर्ड ने सिंहासन खाली कर दिया और अपना बाकी जीवन फ्रांस में बिताया.
ब्रिटेन के राजघराने में एडवर्ड अकेले नहीं थे जिनके प्रेम पर संकट आया था. दो दशक बाद ही 1955 में एलिजाबेथ की छोटी बहन मार्गरेट को भी अपने प्रेमी से शादी का फैसला वापस लेने पर मजबूर होना पड़ा था. मार्गरेट एयर फोर्स के पायलट ग्रुप कैप्टन पीटर टाउनसेंड से शादी करना चाहती थीं. टाउनसेंड भी शाही परिवार से थे और हर तरह से मार्गरेट के काबिल थे लेकिन वह तलाकशुदा थे और इस वजह से आखिरकार उन दोनों की शादी नहीं हो सकी. तब मार्गरेट ने बड़े उदास स्वर में ब्रिटेन की जनता से कहा था, "मैं चाहती हूं कि यह सब लोग जानें कि मैंने ग्रुप कैप्टन पीटर टाउनसेंड से शादी नहीं करने का फैसला किया है. ध्यान रखना होगा कि ईसाई शादियों को खत्म नहीं किया जा सकता और मैं कॉमनवेल्थ के प्रति अपने कर्तव्यों से वाकिफ हूं, मैंने इन कर्तव्यों को बाकी चीजों के ऊपर रखने का फैसला किया है." शाही परिवार ने टाउसेंड को ब्रसेल्स भिजवा दिया.
किंग एडवर्ड के गद्दी खाली करने पर अचानक सत्ता जॉर्ज षष्टम को मिल गयी जो ब्रिटेन की मौजूदा महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के पिता थे. आज उन्हीं महारानी के पोते प्रिंस हैरी तलाकशुदा अभिनेत्री से शादी रचाने जा रहे हैं और अब कोई विरोध का स्वर नहीं सुनाई दे रहा. शाही परिवार की जीवनी लिखने वाली क्लाउडिया जोसेफ कहती हैं, "1930 से अब तक के सफर में हमने बहुत लंबी दूरी तय कर ली है जो असाधारण बात है. एक सदी से भी कम समय में इतना कुछ बदल गया है कि पहचाना नहीं जा सकता." ब्रिटेन के समाज में बीते आठ दशकों में बहुत बदलाव आया है लेकिन राजपरिवार को शाही परंपराओं और ईसाई मूल्यों को अपने जीवन में बनाये रखना पड़ता है. हालांकि प्रिंस हैरी की शादी के एलान ने यह बता दिया है कि शाही परिवार भी बदल रहा है.
उस दौर में तलाक एक असंभव जैसी बात मानी जाती थी लेकिन अब तो यह बहुत आम बात हो गई है, ब्रिटेन के राजपरिवार में भी. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के चार बच्चों में तीन की शादियां तलाक पर खत्म हुईं. इसमें हैरी के पिता और गद्दी के वारिस प्रिस चार्ल्स की पहली पत्नी डायना से हुई शादी भी शामिल है. 15 साल तक परीकथाओं जैसे चले उनके प्रेम और विवाह और फिर डायना की कार दुर्घटना में त्रासद मौत के एक साल पहले 1996 में उनका तलाक हो गया. इसके बाद 2005 में चार्ल्स की दूसरी शादी कैमिला पार्कर बोल्स से हुई. चार्ल्स कैमिला से पहले भी शादी करना चाहते थे लेकिन तब शाही दरबारियों ने इसे उचित नहीं माना. 2005 में जब उनकी शादी हुई तब यह चर्च में नहीं हुई और महारानी ने इसमें हिस्सा नहीं लिया.
चर्च ऑफ इंग्लैंड ने तीन साल पहले ही इस कानून को मंजूरी दी है जिसके मुताबिक तलाकशुदा व्यक्ति अपने पहले जीवनसाथी के जीवित रहते भी "असाधारण परिस्थितियों" में चर्च में दोबारा शादी कर सकता है. चार्ल्स की दूसरी शादी ने ही प्रिंस हैरी की शादी के लिए भी रास्ता बनाया है.
एनआर/एके (रॉयटर्स)