गे प्राइड: कोलोन से कोलंबिया तक
एलजीबीटीक्यू के प्रदर्शन अब नियमित रूप से आयोजित होते हैं और उन्हें स्वीकार भी किया जाने लगा है. लेकिन कुछ देशों में ऐसे लोगों को अब भी पुलिस उत्पीड़न, सामाजिक पीड़ा और हत्या तक का सामना करना पड़ता है.
क्रिस्टोफर स्ट्रीट डे
जर्मनी में प्राइड रैलियां आम तौर पर जून से अगस्त के बीच बड़े शहरों में वीकएंड में होती हैं. इस साल जर्मनी की सबसे बड़े 25वीं सीएसडी रैली जुलाई के पहले हफ्ते में कोलोन में निकाली गई. बर्लिन में रैली 23 जुलाई को होगी तो हैम्बर्ग में 30 जुलाई से 7 अगस्त तक पूरा हफ्ता मनाने की योजना है.
अहम पड़ाव है स्टोनवॉल
न्यूयॉर्क के क्रिस्टोफर स्ट्रीट पर स्थित गे बार 'स्टोनवॉल इन' पर पुलिस ने 28 जून 1969 को छापा मारा था. अमेरिका की कुछ बड़ी प्राइड रैलियां जून के अंतिम हफ्ते में स्टोनवॉल इन पर पुलिस छापे के बाद भड़के दंगे की याद में आयोजित किए जाते हैं. ऑरलैंडों में एक गे बार में 49 लोगों की हत्या के बाद स्टोनवॉल इन के सामने लोगों ने फूलमालाएं चढ़ाईं.
डाइक मार्च
लेस्बियन कार्यकर्ताओं ने अपने मुद्दों पर जोर देने के लिए अपना खुद का मार्च शुरू किया है. इसे डाइक मार्च के नाम से जाना जाता है. अमेरिका में पहला बड़ा डाइक मार्च वाशिंगटन में 1993 में हुआ था जिसमें 20,000 महिलाओं ने हिस्सा लिया था. बाइसेक्सुअल और ट्रांसजेंडर महिलाएं भी इसमें हिस्सा लेती हैं.
इस्तांबुल में पुलिस हमला
2016 में इस्तांबुल की पुलिस ने सालाना प्राइड समारोहों के मौके पर प्रदर्शन पर रोक लगा दी. जब लोगों ने इसके बावजूद ट्रांसजेंडर अधिकारों के लिए रैली निकाली तो पुलिस ने उन पर बर्बर हमला किया. प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस और पानी की बौछारें छोड़ी गई. अंतिम रैली में पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया.
बाइक प्राइड
वियतनाम के प्रमुख शहरों में साइकिल ट्रांसपोर्ट के सबसे लोकप्रिय साधनों में शामिल है. इसलिए 2012 में वियतनाम का पहला वियत प्राइड प्रदर्शन साइकिलों के साथ हुआ. करीब 200 लाइकिल सवार लोगों ने वियतनाम की राजधानी हनोई में रैली निकाली. इस साल की रैली 19 व 21 अगस्त के बीच निकलेगी. अब इसमें करीब 1,000 लोग हिस्सा लेते हैं.
जोहानेसबर्ग में पहल
अफ्रीका में पहली प्राइड रैली दक्षिण अफ्रीका के जोहानेसबर्ग में अक्टूबर 1990 में निकाली गई थी. इसका आयोजन रंगभेद विरोधी कार्यकर्ताओं ने किया था. इस घटना की 20वीं वर्षगांठ पर 2010 मे 18,000 लोगों ने हिस्सा लिया था. अब रैली में भाग लेने वाले टाउनशिपों में लेस्बियनों के साथ होने वाले करेक्टिव रेप जैसे अपराध का भी विरोध करते हैं.
युगांडा में शुरुआत
सामाजिक भेदभाव के बावजूद कार्यकर्ताओं ने राजधानी कंपाला में अगस्त 2012 में एक प्राइड रैली निकाली. समलैंगिकता को युगांडा में 2014 में दंडनीय अपराध बना दिया गया. कुछ महीने बाद सुप्रीम कोर्ट ने उस कानून को रद्द कर दिया जिसमें गंभीर समलैंगिकता के लिए कैद की सजा का प्रावधान था और समलैंगिकता को बढ़ावा देने पर रोक थी. पर भेदभाव और उत्पीड़न जारी है.
प्राइड माने ओरगुयो
कोलंबिया ने 2016 में अपना ओरगुयो महोत्सव जुलाई के पहले वीकएंड में मनाया. इस देश ने 1980 में समलैंगिक गतिविधियों को दंडनीय अपराध की श्रेणी से बाहर निकाल दिया था. अब समलैंगिक जोड़े बच्चों को गोद ले सकते हैं और उनके पेंशन और संपत्ति अधिकार सामान्य जोड़ों जैसे ही हैं.
बाल्टिक प्राइड
जब खुलकर अपना पहचान बताने का मौका हो तो फिर बरसात से क्या डरना. लात्विया की राजधानी में 2005 में हुई पहली प्राइड रैली में विरोधियों ने 40 लोगों की छोटी रैली पर सड़े अंडे और बोतलें फेंकी थीं. आज लात्विया बाल्टिक के दूसरे देशों लिथुएनिया और एस्टोनिया के साथ बदल बदल कर वार्षिक बाल्टिक प्राइड परेड का आयोजन करता है.
रूस में अभी भी है उदासी
मॉस्को में अंतिम प्राइड रैली 2011 में हुई थी. अगले साल नगरपालिका ने आने वाले 100 सालों के लिए रैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया. रूस ने 2013 में गैरपरंपरागत सेक्स संबंधों का समर्थन करने वाली सामग्री नाबालिगों में बांटने को अपराध घोषित कर दिया. रूसी अधिकारी एलजीबीटी समुदाय को नियमित रूप से प्रताड़ित करते रहे हैं.