क्रिकेट में वापसी की राह तलाशते आमिर
१९ जून २०१२मोहम्मद आमिर के मनोचिकित्सक मकबूल सबरी का कहना है कि युवा तेज गेंदबाज क्रिकेट में वापसी के लिए मानसिक रूप से फिट हो चुके हैं. सबरी को पाकिस्तान क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की तरफ से ही आमिर की मनोचिकित्सा के लिए नियुक्त किया गया था. सबरी का कहना है, "10 में से 8 सेशन में आमिर की प्रतिक्रिया बहुत सकारात्मक थी. मेरा ख्याल है कि आमेर के वकीलों ने उसे बहुत अच्छी तरह से गाइड किया है. उस पर सकारात्मक असर हुआ है."
20 साल के आमिर को 2010 में ब्रिटेन में स्पॉट फिक्सिंग का दोषी करार दिया. इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में वह तत्कालीन कप्तान सलमान बट और तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ के साथ स्पॉट फिक्सिंग करते पकड़े गए.एक अखबार ने स्टिंग ऑपरेशन कर बताया कि आसिफ, आमिर और बट ने पहले से तय वक्त पर नो बॉल फेंकने के लिए पैसे लिए. ब्रिटिश कोर्ट ने आमिर को तीन महीने की जेल की सजा सुनाई. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने भी उनके क्रिकेट खेलने पर पांच साल का प्रतिबंध लगा दिया.
आमिर को इसी साल फरवरी महीने में जेल से छोड़ा गया. मोहम्मद आसिफ भी पिछले महीने जेल से बाहर आ चुके हैं जबकि बट अभी भी सलाखों में हैं.स्पॉट फिक्सिंग में फंसने से पहले आमिर को तेज गेंदबाज की उभरता हुआ सितारा माना जा रहा था. बाएं हाथ के इस खतरनाक तेज गेंदबाज को वसीम अकरम की श्रेणी का माना जा रहा था. आमिर में गेंद को स्विंग कराने की गजब की क्षमता है.सबरी कहते हैं, "आमिर का मानना है कि क्रिकेट ही उसका पेशा है. उसे सही समय का इंतजार है. अब वह इस बात को कबूल करता है कि उससे गलती हुई. वह क्रिकेट से दिल से जुड़ाव महसूस करता है इसीलिए हमें उसे तैयार करना चाहिए." हालांकि आमिर ने प्रतिबंध के खिलाफ आईसीसी में अपील न करने का फैसला किया है.
मनोचिकित्सक की रिपोर्ट के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड चाहेगा कि वह आमिर की वापसी का रास्ता बनाए. हालांकि इस बारे में अंतिम फैसला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद करेगी.
वीडी/ओएसजे (एएफपी)