कोरोना वायरस से नवजात की मौत का पहला मामला
२९ मार्च २०२०आबादी के लिहाज से दुनिया का तीसरा बड़ा देश अमेरिका कोरोना वायरस की सबसे बुरी चपेट में आ चुका है. समृद्धि का प्रतीक माना जाने वाले न्यूयॉर्क शहर अमेरिका में कोरोना वायरस का केंद्र बन गया है. मार्च 2020 के आखिरी शनिवार तक न्यूयॉर्क में ही कोरोना वायरस के 53,000 मामले दर्ज किए गए. वहां 672 लोगों की जान जा चुकी है.
बीमारी के फैलाव का मैप देखने पर अमेरिका का पूरा पूर्वी हिस्सा लाल दिखाई पड़ रहा है. 1,24,000 से ज्यादा मामलों के साथ अमेरिका चीन से डेढ़ गुना आगे निकल चुका है. बीते 72 घटों में वहां दोगुनी मौतें भी हुईं. अमेरिका में अब तक करीब 2,200 लोग कोविड-19 वायरस के चलते मारे जा चुके हैं.
लेकिन सबसे हैरान करने वाली खबर शिकागो शहर से आई है. शिकागो में कोविड-19 से पीड़ित एक नवजात की मौत हुई है. इलिनॉय डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक हेल्थ की डायरेक्टर डॉ नगोजी एजिके के मुताबिक, कोविड-19 के चलते पहले किसी नवजात की मौत नहीं हुई है. हमें इस जानलेवा वायरस के फैलाव को रोकने के लिए हर संभव कदम उठाने होंगे. इससे पहले चीन में कोरोना वायरस के चलते एक साल से कम उम्र के एक शिशु की मौत हुई थी, लेकिन उस शिशु में स्वास्थ्य संबंधी दूसरी परेशानियां भी थीं.
आने वाले दिनों में भी अमेरिका की हालत बहुत ज्यादा बुरी होती दिख रही है. डाटा साइंस की मदद से कोरोना वायरस के फैलाव की रफ्तार का अंदाजा लगाने वाले मॉडल यही दावा कर रहे हैं. मौजूदा रफ्तार जारी रही तो अमेरिका में चार दिनों के भीतर संक्रमित लोगों की संख्या दोगुनी हो जाएगी.
न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी और कनेक्टिकट जैसे शहरों को अब भी लॉकडाउन नहीं किया गया है. लोगों को सिर्फ इन तीन राज्यों में बेवजह न जाने की सख्त चेतावनी दी गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने पहले ट्वीट कर इन प्रांतों को लॉकडाउन करने की चेतावनी दी थी, लेकिन बाद में यू टर्न लेते हुए ट्रंप ने कहा, “ट्रैवल एडवाइजरी को लागू करवाना इन तीनों राज्यों के गर्वनरों की जिम्मेदारी है.”
18 मार्च को प्रतिबंधों के बावजूद फ्लोरिडा राज्य के मियामी बीच पर सैकड़ों छात्रों ने स्प्रिंग ब्रेक पार्टी की. उस पार्टी के आयोजन से जुड़े 40 साल के व्यक्ति की शुक्रवार को मौत हो गई. दोस्तों और परिजनों के बीच सुपरफिट शख्स के रूप में मशहूर इस्राएल कैरेरा पार्टी अटेंड करने के कुछ दिनों बाद थकान की शिकायत करने लगे. धीरे धीरे उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी, लेकिन तब तक कोरोना वायरस उनके फेफड़ों को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा चुका था.
राज्य के 4,000 अन्य पीड़ित भी ऐसे ही हालात में हैं. 24 मार्च तक विश्व में कोविड-19 के तीन लाख से ज्यादा मामले थे. लेकिन पांच दिन बाद यह संख्या 6,65,000 के पार जा चुकी है.
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