कोरोना वायरस: भारत में तीसरी मौत
१७ मार्च २०२०कोरोना वायरस से संक्रमण के भारत में कम से कम 125 मामले हो गए हैं और इसी के साथ भारत संक्रमण के फैलने के चक्र के नाजुक चरण में प्रवेश कर गया है. मंगलवार 17 मार्च को भारत में संक्रमण से मरने वालों की संख्या तीन हो गई. मृतक 64 वर्ष का था और हाल ही में दुबई से लौटा था. उसका निधन महाराष्ट्र में हुआ, जहां इस समय देश में सबसे ज्यादा संक्रमण के मामले हैं. राज्य से ऐसी भी खबरें आ रही थीं कि जिन्हें खुद ही अपने आप को क्वारंटाइन करने के लिए कहा गया था उन लोगों ने क्वारंटाइन का उल्लंघन किया है और घर से बाहर भी निकले हैं. ऐसे उल्लंघन को देखते हुए राज्य सरकार ने फैसला लिया है कि जिसे भी खुद को क्वारंटाइन करने के लिए कहा जाएगा उनके हाथ पर लम्बे समय तक ना मिटने वाली स्याही से स्टांप कर दिया जाएगा.
संक्रमित लोगों की जांच ना होना, उनकी निगरानी ना होना, उनका अपने बारे में जानकारी छिपाना और गैर जिम्मेदाराना व्यहवार करना बड़ी समस्या बनी हुई है. पश्चिम भारत में संक्रमण का पहला मामला इन्ही कारणों की वजह से हुआ है. जिस 33 वर्षीय युवक को संक्रमित पाया गया है, वह छह मार्च को इटली से भारत लौटा था. हवाई अड्डे पर हुई जांच में संक्रमण नहीं निकला, जिसके बाद वो दिल्ली में ही कई गेस्ट हाउसों में रुका और फिर ट्रेन से भुवनेश्वर चला गया.
जांच करने पर भी विवाद चल रहा है. सरकारी संस्थाएं रैंडम टेस्टिंग कर रही हैं लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि जांच बहुत कम हो रही है और इसे और बढ़ाने की जरूरत है.
केंद्र सरकार ने सोमवार 16 मार्च को ही पूरे देश में स्कूल, कॉलेज, जिम और स्विमिंग पूल बंद करने के निर्देश दे दिए थे. सरकार ने लोगों को हर तरह की गैर-जरूरी यात्रा से भी बचने की सलाह दी है और निजी कंपनियों को सलाह दी है कि वो जितना संभव हो सके अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की इजाजत दें.
कई शहरों में मॉल, स्पा, नाइट क्लब और यहां तक कि साप्ताहिक हाट भी बंद करने के निर्देश दे दिए गए हैं. ताज महल समेत पुरातत्व विभाग के संरक्षण में आने वाले स्मारकों को बंद कर दिया गया है. बड़े-बड़े मंदिरों, गुरूद्वारों और अन्य धार्मिक स्थलों पर भी या तो लोगों का आना निषेध किया जा रहा है या श्रद्धालुओं से अपील की जा रही है की वे कुछ दिन ना आएं.
नगरपालिकाएं जगह-जगह पर हाथ धोने की सुविधा और सैनेटाइजर उपलब्ध कराने की तैयारी कर रही हैं. दिल्ली में हर उस सम्मलेन पर रोक लगा दी गई है, जिसमें 50 से ज्यादा लोगों के शामिल होने की संभावना हो. ये प्रतिबन्ध विरोध प्रदर्शनों पर भी लागू होगा. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि शाहीन बाग में जो महिलायें नागरिकता कानून के विरोध में पिछले तीन महीनों से भी ज्यादा से सड़क पर बैठी हुई हैं, वो अभी भी बैठी रहेंगी या प्रदर्शन खत्म कर देंगी?
अदालतों ने भी सीमित रूप से काम करना शुरू कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट में भी सिर्फ अति-आवश्यक मामलों की सुनवाई हो रही है और जहां तक संभव हो सके मामले से संबंधित लोगों के अदालत में होने की अनिवार्यता में ढील दे दी गई है.
विश्व में तालाबंदी के मामले बढ़ रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि पिछले 24 घंटों में दुनिया भर में लगभग 14,000 नए मामले सामने आए हैं. इटली और स्पेन के बाद अब फ्रांस में भी राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है. अमेरिका में सैन फ्रांसिस्को में सरकार ने नागरिकों को घर में ही रहने का निर्देश दिया है. अमेरिका में कोरोना वायरस की पहली संभावित वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल शुरू हो गया है.
वैक्सीन का नाम एमआरएनए-1273 है और इसका ट्रायल सीएटल में शुरू हुआ. बताया जा रहा है कि इसका विकास एक वैश्विक गठबंधन के समर्थन से संभव हुआ है जिसकी स्थापना भारत और नॉर्वे ने मिल कर की थी.
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