कोरोना वायरस: कितनी दूरी रखना है जरूरी
कोरोना महामारी के इस लंबे दौर में अब लोग सोशल डिस्टेंसिंग यानि दूसरों से शारीरिक रूप से दूरी बना कर रखने की अहमियत समझ चुके हैं. लेकिन किस जगह पर कम से कम कितने दूर रहने से आप सुरक्षित रहेंगे, ये जानिए.
दो मीटर काफी नहीं
अमेरिकी मेडिकल जर्नल में छपी 1948 की इस स्टडी में बैक्टीरिया का संक्रमण देखा गया, जो करीब 2.9 मीटर तक फैला. अब बात वायरस की है और उसके लिए तो इस तस्वीर में लोगों के बीच जितनी दूरी भी शायद काफी ना हो.
सबकी अपनी समझ
आइसलैंड के गड़रिया एसोसिएशन ने अपने समझने की आसानी के लिए अपने माहौल के हिसाब से नियम रखा कि संक्रमण से बचने के लिए कम से कम दो भेड़ों के बराबर दूरी रखनी चाहिए. यह करीब दो मीटर की दूरी होगी.
ब्रिटेन और अमेरिका के रिसर्चरों का साझी सलाह
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में छपे एक विश्लेषण में ऑक्सफोर्ड, लंदन और केम्ब्रिज के रिसर्चरों ने मिल कर बताया है कि एयरोसॉल के माध्यम से फैलने वाले इस वायरस के लिए अलग अलग जगहों पर कितनी दूरी बरकरार रखनी चाहिए.
कृपया दूरी बना कर रखें!
दूसरों से 1.5 से 2 मीटर (5 से 6 फुट) की दूरी रखने का नियम सामान्य रूप से प्रचलित है. इसके अलावा साफ सफाई रखने, हाथ धोने और मास्क पहनने से संक्रमण से बचा जा सकता है.
कहां से आया 2-मीटर वाला नियम
एमआईटी की रिसर्चर लिडिया बोरुइबा बताती हैं कि यह काफी पुराना है. सन 1897 में जर्मन डॉक्टर सी फ्लुगे ने सबसे पहले इसकी सलाह दी थी. इसके बाद 1948 की एक स्टडी में अमेरिका में इसे लेकर एक बड़ी स्टडी हुई थी.
खुली जगहों पर
बाजार से खरीदी कुत्ते की रस्सियां आमतौर पर इतनी ही लंबी होती हैं, जितनी दूरी रखनी है यानि छह फुट. इसे संयोग ही मानें या रस्सी को इतना लंबा बनाने के पीछे भी ऐसा ही कोई आधार था.
वायरस का माध्यम एयरोसॉल
वायरस असल में बैक्टीरिया से कहीं ज्यादा सूक्ष्म होते हैं. यह हवा में कई घंटों तक तैरते रह सकते हैं और इसीलिए हवा के माध्यम से ज्यादा फैलते हैं. इसीलिए केवल दूरी काफी नहीं हैं, मास्क पहनने के अलावा और भी सारी चीजें करनी चाहिए.
और किन चीजों का ख्याल
आप जिस कमरे में हैं वहां बाकी लोगों ने मास्क पहना है या नहीं. वे ऊंची आवाज में बात कर रहे हैं या गाना गा रहे हैं तो वायरस ज्यादा दूर तक जा सकता है. आसपास कोई खांसे तो भी वायरस दूर तक फैलते हैं.
कमरे में कितनी देर सुरक्षित
किसी कमरे में अगर कोई संक्रमित व्यक्ति हो तो उसके साथ वहां अगर बहुत सारे लोग हैं, तो आपको कम से कम समय के लिए वहां होना चाहिए. वह भी तब जब कमरे में हवा की आवाजाही की व्यवस्था हो, मास्क पहना हो और आराम से बात हो रही हो.
इतना काफी है? या और?
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इस तरह स्कूली बच्चों को आसानी से दिखाने की कोशिश की थी कि उन्हें लगभग कितनी दूरी बना कर रखनी चाहिए. एक औसत वयस्क के केवल दो हाथों की लंबाई ही 1.5 मीटर के आसपास होती है.
यहां मास्क नहीं चाहिए
ऐसे खुले माहौल में जितनी देर तक चाहें बिना मास्क के रहा जा सकता है. लेकिन वहां भी आपके आसपास कितने लोगों की भीड़ है और वे कितनी बातें कर रहे हैं - इन चीजों से फर्क पड़ता है. (फाबियान श्मिट/आरपी)