कोरोना के डर से विमान यात्रा बिल्कुल बंद करेगा जर्मनी
२७ जनवरी २०२१जर्मनी के गृह मंत्री होर्स्ट जेहोफर ने मंगलवार को हवाई यात्रा पर रोक लगाने की बात कही. जर्मन टेब्लॉयड बिल्ड से बातचीत में गृहमंत्री ने कहा, "वायरस के अलग अलग म्यूटेशनों ने हमें विवश किया है कि हम कुछ ज्यादा बड़े उपायों को लागू करने पर विचार करें. सीमा पर कठोर जांच खास तौर से ज्यादा जोखिम वाली सीमाओं पर हालांकि इसके साथ ही जर्मनी से हवाई यात्रा को भी लगभग शून्य कर देना होगा जैसा कि इस्राएल फिलहाल कर रहा है."
बीते साल महामारी के जर्मनी में पैर फैलाने पर अप्रैल में 4 हजार से कुछ ज्यादा उड़ानों का संचालन हो रहा था. अगस्त आते आते यह संख्या बढ़ कर 16 हजार से ज्यादा हो गई. नवंबर से इनमें फिर गिरावट आनी शुरू हो गई और वर्तमान में करीब 9 हजार उड़ानों का संचालन हो रहा है. सरकार की तरफ से आ रहे बयानों से संकेत मिल रहा है कि इन्हें फिर से घटा कर चार हजार या और कम किया जा सकता है.
ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 के नए संस्करण सामने आए हैं जो ज्यादा तेजी से फैल कर मुसीबत बढ़ा रहे हैं. बावेरिया राज्य के बायरयूथ शहर के एक अस्पताल के 99 कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हुए हैं. ये लोग ब्रिटेन में सामने आए नए संस्करण की चपेट में आए हैं. अस्पताल के 3000 कर्मचारियों को सिर्फ घर से अस्पताल और वापस घर जाने की अनुमति ही दी गई है. अस्पताल आपातकालीन मामले छोड़कर दूसरे मरीजों का इलाज नहीं कर पा रहा है. राजधानी बर्लिन का एक अस्पताल भी इसी तरह की स्थिति का सामना कर रहा है.
ऐसी स्थिति में पहले से ही वायरस के विस्तार को रोक पाने में नाकाम हो रहे देशों के लिए नई चुनौती खड़ी हो गई है. इसके अलावा उम्मीद से कम तेज चल रहे टीका लगाने के कार्यक्रम ने भी चिंता बढ़ा दी है.
जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने भी अपनी पार्टी के सांसदों को संबोधित करने के दौरान इस बात का अंदेशा जताया. पार्टी में मौजूद सूत्रों के हवाले से समाचार एजेंसी एएफपी ने खबर दी है कि चांसलर मान रही हैं कि यह समय यात्रा के लिए उचित नहीं है. ऐसी स्थिति में आने वाले दिनों में हवाई यात्रा को पूरी तरह से बंद किया जा सकता है.
बीते साल वसंत के मौसम में कोरोना की महामारी से जंग में बेहतर प्रदर्शन करने वाला जर्मनी दूसरे दौर के बीते कुछ महीनों में बुरी तरह लड़खड़ा गया है. नवंबर महीने में यहां फिर से पाबंदियां लगा दी गईं जो गुजरते हफ्तों के साथ सख्त होती जा रही हैं. जरूरी चीजों को छोड़ बाकी दुकानें तो पहले से ही बंद है. दफ्तर आने वाले कर्मचारियों की संख्या भी लगातार घटाने की कोशिश हो रही है.
कोरोना के नए संस्करण वाले देशों से आने वाले यात्रियों को जर्मन सीमा में घुसने से पहले कोरोना टेस्ट में निगेटिव रहने का प्रमाण देना पड़ रहा है. इसकी वजह से जर्मनी और चेक की सीमा पर लंबे कतार लग गई है. जर्मनी में महामारी की शुरुआत के बाद से अब तक करीब 20 लाख लोग इसकी चपेट में आए हैं. इसके साथ ही करीब 52,000 लोगों नेअपनी जान गंवाई है.
एनआर/ओएसजे(एएफपी)
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