कॉमनवेल्थ गेम्स में गोमांस परोसा नहीं जाएगा
२३ जुलाई २०१०भारत में गाय को पूजा जाता है और आबादी का एक बड़ा हिस्सा गोमांस नहीं खाता है. कई राज्यों में गोकशी पर पाबंदी भी लगी हुई है. ऐसे में कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले मांग उठ रही थी कि विदेशी खिलाड़ियों को खाने में गोमांस नहीं दिया जाना चाहिए.
भारत की मुख्य विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने आयोजन समिति को एक पत्र लिखकर मांग की थी कि खेलों के दौरान गोमांस परोसने पर पाबंदी होनी चाहिए और अब आयोजकों ने मांग मान ली है. ऐसा नहीं होने पर पार्टी आंदोलन की धमकी दे रही थी.
आयोजन समिति के अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी ने अपने एक वक्तव्य में कहा, "हमने इस बारे में फैसला कुछ हफ्ते पहले ही लिया है और भोजन का प्रबंध कर रहे कॉन्ट्रैक्टर को इस बारे में बता दिया है. हम यह स्पष्टीकरण इसलिए जारी कर रहे हैं क्योंकि अब भी कई लोग आशंका जता रहे हैं कि खेलों के दौरान गोमांस परोसा जाएगा. लेकिन अब मुझे उम्मीद है कि लोगों के मन में कोई शंका नहीं होगी."
बड़े खेल आयोजनों के दौरान खान पान के मामले में स्थानीय लोगों की भावनाओं का ख्याल रखा जाना कोई नई बात नहीं है. उदाहरण के तौर पर 2006 के कतर एशियन गेम्स में पर्यटकों पर सूअर का मांस लाने पर पाबंदी लगा दी गई थी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: आभा एम