किम के सामने टेस्ट किया गया "नया रणनीतिक हथियार"
१८ अप्रैल २०१९उत्तर कोरिया की समाचार एजेंसी केसीएनए ने खुद नए हथियार के विकास और उसके परीक्षण की जानकारी दी है. रिपोर्टों के मुताबिक गुरुवार को परीक्षण के दौरान उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन मौके पर मौजूद थे. सब कुछ उन्हीं की निगरानी में हो रहा था. टेस्ट के बाद किम ने कहा कि इस प्रोजेक्ट का सफल विकास "उत्तर कोरिया की युद्धक क्षमता के लिए बेहद अहम लम्हा" है.
केएनसीए के मुताबिक टेस्ट फायर की कमांड खुद किम ने दी. परीक्षण के दौरान कई निशानों पर अलग अलग ढंग से फायरिंग की गई. गुरुवार को किम ने एयर और एंटी-एयरक्रॉफ्ट फोर्स के बेस का भी दौरा किया. रिपोर्टों के मुताबिक युद्ध अभ्यास जैसी स्थितियों में किम ने सेना की तैयारी पर संतोष जताया.
अमेरिका और उत्तर कोरिया के शीर्ष अधिकारियों के बीच हनोई में हुई वार्ता की नाकामी के बाद प्योंगयांग ने पहली बार सार्वजनिक रूप से हथियारों को प्रदर्शन किया है. फरवरी 2019 में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉ़नल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के शासक किम वियतनाम की राजधानी हनोई में वार्ता के लिए मिले. लेकिन बातचीत नाकाम रही.
ऐसा माना जाता है कि किम इस नए "रणनीतिक हथियार" का परीक्षण नवंबर 2018 में की करना चाह रहे थे. लेकिन अमेरिका के साथ बातचीत की संभावना के चलते तब परीक्षण टाल दिया गया. उत्तर कोरिया इस नए हथियार को "स्टील की दीवार" जैसा बता रहा है. प्योंगयांग के मुताबिक नया हथियार मिसाइल से अलग है.
टैक्टिकल या रणनीतिक हथियार ऐसे हथियारों को कहा जाता है जो युद्ध टालने या लड़ाई के दौरान दुश्मन को घुटने टेकने पर मजबूर करने के लिए इस्तेमाल किए जा सकें. परमाणु हथियार टैक्टिकल वैपन की श्रेणी में आते हैं. इन हथियारों से लैस देश आम तौर पर तनाव की स्थिति में भी एक दूसरे के साथ सैन्य टकराव टालने की कोशिश करते हैं.
उत्तर कोरिया के मामले में ये ऐसे हथियार हो सकते हैं जो संभावित रूप से अमेरिकी सीमा तक परमाणु हथियार ढोने में सक्षम हों. अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय के मुताबिक वह उत्तर कोरिया के टेस्ट से जुड़ी रिपोर्टों से वाकिफ है. इससे ज्यादा प्रतिक्रिया नहीं दी गई.
कई परमाणु और मिसाइल परीक्षण करने के बाद किम जोंग उन ने अप्रैल 2018 में कहा कि उनका देश न्यूक्लियर टेस्ट और इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम रोक देगा. उन्होंने सीमा पर जाकर दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई इन से ऐतिहासिक मुलाकात की. फिर दोनों देशों के बीच कई समझौते भी हुए. लेकिन हाल के दिनों में आई सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि उत्तर कोरिया के न्यूक्लियर साइट पर हलचल हो रही है. ये हलचल किस इरादे से हो रही है, इसका पता अभी नहीं चला है.
ओएसजे/एनआर (एपी, एएफपी, रॉयटर्स)