1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

कान महोत्सव में विद्या, नंदिता

१३ मई २०१३

फ्रांस के शहर कान में फिल्म महोत्सव की सुगबुगाहट है. दुनिया भर की फिल्मों और निर्देशकों के लिए यह खास होता है. इस साल विद्या बालन और नंदिता दास जूरी में हैं. अन्य बॉलीवुड कलाकारों के भी कान में पहुंचने की उम्मीद है.

https://p.dw.com/p/18WdL
तस्वीर: Festival de Cannes

पहली सितंबर 1939 का दिन था जब पहला कान महोत्सव शुरू हुआ. फैंसी पोस्टर बनवाए गए. शहर के एक कैसिनो में आयोजन किया गया. स्क्रीनिंग में कुछ फ्रांसीसी और कुछ विदेशी फिल्में दिखाई जानी थीं. इसमें द विजार्ड ऑफ औज भी शामिल थी. लेकिन इस आयोजन को दूसरे विश्व युद्ध के शुरू होने के कारण शुरुआती 48 घंटे में ही रोक देना पड़ा. इसमें सिर्फ एक ही फिल्म दिखाई गई और वह थी हॉलीवुड की द हंचबैक ऑफ नोत्रे दाम. इस महोत्सव को फिर सितंबर 1946 में आयोजित किया गया. उस दौरान ब्रिटिश निर्देशक डेविड लीन की ब्रीफ एनकाउंटर भी दिखाई गई थी.

Filmszene Shadows von Sreemoyee Bhattacharya
श्रीमोय भट्टाचार्य की फिल्म शेडोस का एक सीनतस्वीर: Sreemoyee Bhattacharya

ग्लैमर से भरपूर

50 के दशक में इस समारोह ने कई स्टार और नवोदित कलाकारों को खींचा. उन दिनों हालात बहुत ही सामान्य थे. मशहूर कलाकार भी आम लोगों के साथ चल सकते थे. महोत्सव के अध्यक्ष जिल याकोब याद करते हुए बताते हैं कि उस समय स्टार्स भी नदी किनारे लोगों के साथ मिल जाते थे और उनके बीच चलते थे. आज 12 दिन का यह समारोह मीडिया के केंद्र में बना रहता है. स्टार्स को पुलिस के साथ आयोजन स्थल पर पहुंचना पड़ता है.

कान में अक्सर नए निर्देशकों को भी भरपूर सम्मान मिलता है. जॉर्ज लुकास, केन लोख, स्टीवन सोडरबर्ग, क्वेंटिन टैरेंटिनो जैसे कई मशहूर निर्देशकों ने अपनी पहली फिल्म यहां दिखाई है.

यहां पुरस्कार जीतने वालों को पाल्म डी ओर पुरस्कार मिलता है. इसके लिए 20 फिल्में चुनी जाती हैं.

स्टीवन स्पीलबर्ग की अध्यक्षता वाली ज्यूरी के लिए जो फिल्में इस साल चुनी गई हैं उनमें एथैन कोएन और जोएल कोएन की इनसाइड लेविन डेविस, अमन एस्केलांटे की हेली, जेम्स ग्रे की द इमिग्रेंट और स्टीवन सोडरबर्ग की बिहाइन्ड द केंडेलैब्रा शामिल हैं.

Indien Film Nandita Das
नंदिता दास जूरी मेंतस्वीर: Vidhi Thakur Photography

कान के बारे में कुछ आंकड़े

80- फीचर लेंथ की फिल्में कान में दिखाई जाती हैं. इनमें से 52 महोत्सव का चुनाव होती हैं और 20 पाल्म डी ओर के लिए रेस में होती हैं.

60- मीटर कान के रेड कारपेट की लंबाई होती है. इसे दिन में तीन बार इस्तेमाल किया जाता है.

4000- फिल्में अंतरराष्ट्रीय फिल्म मार्केट में बेची जाएंगी. इसके लिए दुनिया भर से 10 हजार खरीददार इकट्ठा होंते हैं.

72, 324 कान की जनसंख्या है, जो महोत्सव के दौरान दो लाख का आंकड़ा छू लेती है.

4800- पत्रकार इस फिल्म के लिए पंजीकृत होते हैं जिसमें 300 टीवी क्रू शामिल हैं.

एएम/एमजी (एएफपी, डीपीए)