कश्मीर की हिंसा में 12 की मौत
६ सितम्बर २०१०सोमवार को मारे गए चार नागरिकों में दो किशोर भी हैं. राजधानी श्रीनगर से करीब 50 किलोमीटर दूर बारामूला में विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों की भीड़ पर सुरक्षा बलों ने फायरिंग की इसमें 15 नागरिख घायल भी हुए हैं. इन सभी को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अधिकारियों ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं और दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है.
भारतीय कश्मीर में जून से चले आ रहे विरोध प्रदर्शनों में अब तक 69 लोगों की जान जा चुकी है. विरोध और तनाव अब भी जारी है. ताजे विरोध प्रदर्शनों में मरने वाले नागरिकों में ज्यादातर युवा हैं और इनमें एक तो नौ साल का बच्चा है.
सोमवार को ही घाटी में सात आतंकी और सुरक्षा बल का एक जवान भी मारे गए. पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर से गुरेज सेक्टर में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे चार आतंकी सुरक्षाबलों की गोलीबारी में मारे गए. इस दौरान एक सुरतक्षाकर्मी की भी मौत हो गई. दूसरी मुठभेड़ कुपवाड़ा में हुई और यहां तीन आतंकवादी मारे गए.
भारत ने पाकिस्तान पर आतकवादियों को पनाह देने और अलगवावादियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. हालांकि पाकिस्तान ने इससे इनकार किया है. दोनों देशों के बीच कश्मीर के मामले पर विवाद होता रहा है. 80 के दशक के आखिरी सालों में शुरू हुई कश्मीरी हिंसा ने अब तक 45,000 से ज्यादा लोगों की जान ली है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ओ सिंह