कर्नाटक में बीजेपी का संकट टला
९ नवम्बर २००९मुख्यमंत्री येदियुरप्पा का राज्य के पार्टी असंतुष्टों के साथ समझौता हो गया है. इसके मुताबिक एक समन्वय समिति का गठन किया जाएगा, येदियुरप्पा की पसंदीदा बताई गईं एक महिला मंत्री को हटाया जाएगा और विधानसभा स्पीकर जगदीश शेट्टार को कैबिनेट में जगह दी जाएगी. पार्टी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने मुख्यमंत्री येदियुरप्पा और असंतुष्ट धड़े के नेता जी जर्नादन रेड्डी की मौजूदगी में समझौते का एलान किया. सुषमा के मुताबिक ये सौहार्दपूर्ण समझौता पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आजडवाणी को उनके जन्मदिन का तोहफ़ा है. आडवाणी आज 83 साल के हो गए हैं. सुषमा ने दावा किया कि अब कोई ग़लतफ़हमी नहीं रही. सात सदस्यों वाली समन्वय समिति की अगुवाई सुषमा करेंगीं. इसमें मुख्यमंत्री, वरिष्ठ पार्टी नेता अनंत कुमार, राज्य बीजेपी के अध्यक्ष सदानंद गौड़ा और जी करुणाकरण रेड्डी भी होंगे. कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा कि पार्टी आलाकमान की कोशिशों से मामला सुलझ गया है और आगे ऐसी समस्या नहीं आने दी जाएगी. रेड्डी बंधुओं ने भी कमोबेश यही दावा किया.
इससे पहले शनिवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा एक निजी टीवी चैनल के सामने अपना क्षोभ ज़ाहिर होने से रोक नहीं पाए थे और बताया जाता है कि पार्टी में असंतुष्टों के रवैये पर अपना दर्द बयान करते हुए रो पड़े थे.
टीवी पर अपना दुखड़ा रोने वाले कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने शनिवार को सुबह मीडिया के सामने ही दावा किया था कि सभी मतभेद ख़त्म हो गए हैं. "सब कुछ सुलझ गया है, मैं पार्टी नेतृत्व को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझ पर एक बार फिर विश्वास किया है. मैं सभी को अपने विश्वास में लूंगा."
उधर नेतृत्व में बदलाव पर अड़े थे राज्य बीजेपी के नेता जनार्दन रेड्डी. उनका कहना था कि उनकी मांगों में कोई बदलाव नहीं आया है और इस बारे में पार्टी एक या दो दिन में निर्णय कर लेगी. पार्टी के हित में, राज्य और बीजेपी कार्यकर्ताओं के हित में पूरा विश्वास है कि पार्टी हाईकमान सही और अच्छा निर्णय लेगा. लगता है रविवार के फ़ैसले के बाद कि रेड्डी की बात सही निकली. सुषमा यूं भी रेड्डी बंधुओं के नज़दीक बताई जाती है.
रेड्डी ने मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की यह कहते हुए आलोचना की थी कि उन्होंने रेड्डी के घर बनाने की योजना को रोक दिया था. रेड्डी बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए गडग में 10 हज़ार और बेल्लारी में 15 हज़ार नए घर बनाना चाहते थे. रेड्डी का आरोप था कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों में डर फैलाने के लिए 66 अधिकारी जो कि अच्छा काम कर रहे थे उनका तबादला कर दिया.
रिपोर्ट-एजेंसियां/एस जोशी
संपादन-आभा मोंढे