कब पैदा होते हैं बच्चे
२६ जनवरी २०१०आधिकारिक आंकड़े न होने की स्थिति में ग़ैर सरकारी आंकड़ों से ही काम चलाना पड़ता है. जर्मनी में कोई बच्चा अस्पताल में पैदा हो या घर पर, प्रसूति में सहायता देने वाली एक दाई वहां उपस्थित रहती है. राफ़ाएला होयर ऐसी ही एक दाई हैं. क़रीब चार हज़ार बच्चों का जन्म देख चुकी हैं.
30 वर्षों से वह एक स्वतंत्र दाई का काम कर रही हैं और अपना एक निजी प्रसूति गृह भी चलाती हैं. वह कहती हैं, "हमारे आंकड़े कहते हैं कि अधिकतर बच्चे रात में एक बजे से चार बजे के बीच पैदा होते हैं. इसी समय में जन्म का ग्राफ़ सबसे ऊपर होता है."
घर पर जन्म रात में अधिक
अस्पताल से बाहर होने वाले जन्म की गुणवत्ता बनाए रखने की एक संस्था भी इसी की पुष्टि करती है. उसने पाया है कि जो महिलाएं अपने बच्चे को घर पर या किसी प्रसूतिगृह में जन्म देती हैं, उन के बच्चे अधितर रात में ही पैदा होते हैं. रात आठ बजे से लेकर सुबह आठ बजे के बीच एक तिहाई अधिक बच्चे पैदा होते हैं. प्रसूति सहायक राफ़ाएला होयर की मानें तो इस का कारण है, "उसी समय सबसे आधिक शांति रहती है. तब महिलाएं सो रही होती हैं या आराम कर रही होती हैं और गर्भस्थ शिशु उन हार्मोनों को मुक्त करने का संकेत देता है, जो प्रसव प्रक्रिया को शुरू करते हैं. बच्चा ही यह संकेत देता है कि जन्म लेने के लिए अब वह तैयार है."
लेकिन, जर्मनी में सबसे अधिक बच्चे अस्पतालों में पैदा होते हैं. 2008 में ऐसे जन्मों की संख्या छह लाख 58 हज़ार थी. इन में से एक तिहाई सिज़ेरियन कहलाने वाले ऑपरेशन के ज़रिये पैदा हुए थे.
केवल एक चौथाई मामलों में किसी बाहरी हस्तक्षेप की ज़रूरत नहीं पड़ी. अस्पतालों में भी क्या रात को ही अधिक जन्म होते हैं? जर्मनी में ल्यूबेक और मारबुर्ग विश्वविद्यालयों के रिसर्चरों ने हेसे राज्य के अस्पतालों में हुए जन्मों के नौ वर्षों तक के रिकॉर्ड छान मारे.
अस्पतालों में जन्म दिन में अधिक
ल्यूबेक विश्वविद्यालय के अंद्रेयास त्सीडलर बताते हैं, "मैंने क़रीब पांच लाख बच्चों के पैदा होने के समय की छानबीन की और पाया कि जिन मामलों में कोई ऑपरेशन नहीं हुआ था प्रसूति क्रिया शुरू करने के लिए कोई दवा या सुई नहीं दी गयी थी उन मामलों में अधिकतर बच्चे दिन में 10 से 12 बजे के बीच पैदा हुए. इसी तरह की दूसरी अधिकता सुबह चार और पांच बजे के बीच तब देखने में आयी, जब सब के सो कर उठने का समय होता है. लेकिन, यदि हम शाम आठ बजे से लेकर सुबह छह-सात बजे तक के सारे जन्मों पर नज़र डालें, तो पायेंगे कि रात में दिन के मुकाबले अधिक बच्चे नहीं पैदा होते."
हेसे राज्य को छोड़ कर जर्मनी के किसी दूसरे राज्य में जन्म के समय के बारे में आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं. त्सीडलर बताते हैं कि इससे पहले केवल चीन और जापान में किए गए दो अध्ययनों के आंकड़े उपलब्ध थे. वे भी इसी की पुष्टि नहीं करते कि बच्चों के जन्म और दिन रात के किसी समय के बीच कोई सीधा संबंध है. प्रसूति सहायक ऱाफ़ायला होयर इसे मानने के लिए फिर भी तैयार नहीं हैं. उन्होंने कोई आंकड़े जमा नहीं किए हैं, पर दूसरी दाइयों की बहुत सी डायरियां ज़रूर पढ़ी हैं. उनका कहना है, "हम दाइयों के बीच अनुभवों का आदान प्रदान होता रहता है. उन्हें इस तरह से लिखा तो नहीं जाता कि उनका वैज्ञानिक ढंग से अध्ययन हो सके. लेकिन, इन पुरानी डायरियों में हर कोई पढ़ सकता है कि रातों को या एकदम सुबह जन्म के मामलों की संख्या बढ़ जाती है."
ऐसे में यही कहा जा सकता है कि यदि दाइयों की बात मानें तो जर्मनी में डॉक्टरी हस्तक्षेप के बिना घर पर होने वाले अधिकतर स्वाभाविक जन्म रात मे होते हैं, जबकि अस्पतालों में होने वाले स्वाभाविक मामलों की संख्या पर दिन या रात होने से कोई ख़ास फ़र्क नहीं पड़ता.
रिपोर्ट: राम यादव
संपादन: एस गौड़