ओसामा का कंट्रोल सेंटर था एबटाबाद
८ मई २०११एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,"बिन लादेन का एबटाबाद घर अल कायदा नेता का नियंत्रण केंद्र था. बिन लादेन अल कायदा की रणनीति ही नहीं बल्कि वह हमलों की योजना भी बनाता था. अधिकारियों ने हालांकि इन पांच वीडियो क्लिप्स से आवाज निकाल दी है क्योंकि वे लोगों के बीच आतंकवादियों के संदेश को नहीं फैलाना चाहते थे." अधिकारी ने कहा कि इसके अलावा वीडियो में और किसी भी तरह के बदलाव नहीं किए गए हैं.
वहीं रॉयटर्स समाचार एजेंसी ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से लिखा है,"यह सुनने में अजीब लगता है. ऐसा तो बिलकुल नहीं लगता कि वह वहां से आतंकी नेटवर्क चला रहा था."
ओसामा के एबटाबाद घर से डिजिटल, ऑडियो और वीडियो फाइलें जब्त की गई हैं. इसके अलावा हाथ से लिखे कुछ दस्तावेज और रिकॉर्डिंग मशीन भी मिले हैं. अधिकारी का कहना है कि "खुफिया एजेंसियों के लिए यह सफलता बहुत ही बड़ी है, शायद एक पूरी पीढ़ी की सबसे बड़ी सफलता." उन्होंने कहा कि इस जानकारी को समझने के बाद इसे सब सरकारी जगहों पर भेजा जाएगा ताकि अल कायदा के बाकी सदस्यों को ढूंढा जा सके.
अधिकारी ने बताया कि वीडियो के जरिए अमेरिकी सरकार दो चीजें साफ करना चाहती थी. एक कि बिन लादेन अल कायदा के आतंकवादी प्रचार में पूरी दिलचस्पी लेता था और खासकर खुद अपनी छवि में. दूसरी बात यह कि यह वीडियो ओसोमा बिन लादेन के अलावा किसी के पास भी नहीं हो सकते थे.
पहले वीडियो का नाम है, "अमेरिकी जनता को संदेश". अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि इसे पिछले साल अक्तूबर और नवंबर के दौरान बनाया गया था. सबसे लंबे वीडियो में एबटाबाद में बैठा ओसामा टेलिविजन पर अपने बारे में खबरें सुन रहा है. वीडियो में ओसामा ने एक कंबल ओढ़ रखा है और रिमोट कंट्रोल से एक एक करके अपने बारे में क्लिप्स देख रहा है. टीवी बहुत छोटा है और एक मेज पर रखा हुआ है. मेज पर टीवी से कई सारी तारें पास रखे एक कंट्रोल बॉक्स से जुड़ी हुई हैं. बाकी तीन छोटे वीडियो में ओसामा एक पुरानी चादर को पीछे टांगे हुए बोल रहा है. अधिकारियों का मानना है कि ओसामा वीडियो के लिए अभ्यास कर रहा था. इन वीडियो क्लिप्स से जाहिर होता है कि ओसामा अपनी छवि को गंभीरता से लेता था.
पाकिस्तान के बारे में अधिकारी ने कहा, "अब तक इस बारे में कोई सबूत नहीं मिले हैं कि पाकिस्तान को ओसामा की उपस्थिति के बारे में जानकारी थी." उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिकी सरकार अल कायदा और आतंकवादी गुटों पर दबाव बनाए रखेगी.
रिपोर्टः पीटीआई/एमजी
संपादनः आभा एम