ओबामा के भारत दौरे में अर्थ पर रहेगा जोर
२० अक्टूबर २०१०ओबामा नवंबर में होने जा रही अपनी भारत यात्रा को काफी महत्वपूर्ण मान रहे हैं और उन्हें इसके पूरी तरह से सफल रहने का भी भरोसा है. व्हाइट हाऊस की ओर से जारी ओबामा के बयान में कहा गया है कि इस यात्रा के दौरान भारत के साथ अमेरिका का आर्थिक सहयोग बढ़ाने पर पूरा जोर रहेगा.
व्हाइट हाऊस के प्रेस सचिव रॉबर्ट गिब्स ने बताया कि राष्ट्रपति भारत यात्र को महत्वपूर्ण मान रहे हैं और इसे सफल बनाने के लिए अपने अधिकारियो के साथ नियमित तौर पर बैठकें भी कर रहे हैं. गिब्स ने कहा "उनके लिए भारत दौरा काफी अहम है और हमें लगता है कि इस दौरान आर्थिक मुद्दों की अहमियत ज्यादा रहेगी."
इस दौरान रोजगार के अवसर बढ़ाने, आपसी निर्यात बढ़ाने और अन्य मुद्दों पर दोनों देश बातचीत करेंगे. गिब्स ने कहा इसके अलावा भी राष्ट्रपति दूसरे तमाम मुद्दों पर भारत के साथ विचार विमर्श करेंगे और उम्मीद की जानी चाहिए कि इसके बेहतर परिणाम भी देखने को मिलेंगे.
अगले महीने भारत का दौरा कर रहे ओबामा पहले स्वर्ण मंदिर जाने वाले थे. सिखों के इस सबसे पवित्र धार्मिक स्थल पर जाने वाले हर व्यक्ति को अपना सिर ढकना होता है. लेकिन सूत्रों का कहना है कि ओबामा इस बात से परेशान है कि कहीं उनके आलोचक सिर पर कपड़ा रखने के बाद अमेरिका में उन्हें मुसलमान के तौर पर पेश न करने लगें.
नई दिल्ली में एक राजनयिक ने एएफपी को बताया, "वह अब अमृतसर नहीं जाएंगे. सिर पर कपड़ा रखना एक मुद्दा है. साथ ही यात्रा संबंधी कुछ अन्य परेशानियां भी हैं." इसलिए ओबामा के अमृतसर दौरे को रद्द करना पड़ा है. वहीं भारतीय विदेश मंत्रालय के कहा कि ओबामा का स्वर्ण मंदिर दौरा अमेरिकी राजनयिकों की एक टीम ने ही तय किया था. एक अधिकारी ने एएफपी को बताया, "हमने उन्हें सभी जरूरी मदद और मशविरे दिए. लेकिन यह फैसला अमेरिकी अधिकारियों को करना है कि ओबामा को स्वर्ण मंदिर जाना चाहिए या नहीं."
रिपोर्टः पीटीआई/निर्मल
संपादनः उभ