एक साल में 332 अरबपति ग़ायब
१२ मार्च २००९साल भर पहले जब फोर्ब्स पत्रिका ने दुनिया भर के धन्ना सेठों के सूची जारी की तो 1,125 लोगों का नाम था. लेकिन, इस साल आई ताज़ा सूची में अरबपतियों की संख्या घटकर 793 ही रह गई है. सूची से ग़ायब 332 अरबपतियों में 28 भारतीय या फिर भारतीय मूल के उद्योगपति हैं.
2003 के बाद ये पहला मौका है जब साल भर के ही अंदर सैकड़ों अरबपतियों के खज़ाने में भारी कमी आई है. फोर्ब्स के मुताबिक़ बीते साल दुनिया भर के अरबपतियों को 2 ख़रब डॉलर का चूना लगा है. ज़्यादा घाटा झेलने वालों में रिलायंस अनिल धीरुभाई अंबानी ग्रुप के मुखिया और मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल अंबानी सबसे आगे हैं.
अब तक दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति होने का ताज़ संभाल रहे वॉरेन बफेट भी अब सूची में दूसरे नंबर पर आ गए हैं, पहले नंबर पर माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के बिल गेट्स की वापसी हुई हैं.
सबसे धनी भारतीय अब मुकेश अंबानी हैं, जिन्होंने स्टील किंग लक्ष्मी मित्तल को भी पीछे छोड़ दिया है. एक ऐसे वक्त में जब अरबपतियों की तादाद कम हुई है, भारतीय दवा कंपनी रैनबैक्सी लैबोट्रीज़ के मालविंदर सिंह और शिविंद्र सिंह नए युवा अरबपति बनकर उभरे हैं. अरबपतियों की कतार में अन्य भारतीय लक्ष्मी मित्तल, अनिल अंबानी और डीएलएफ कंपनी के मुखिया के पी सिंह हैं.