ईरान की परमाणु कार्यक्रम चिंताजनक: आईएईए
१ मार्च २०१०अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी आईएईए ने कहा है कि वह ये सुनिश्चित नहीं कर सकती कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है. एजेंसी के नए प्रमुख युकिया अमानो का कहना है कि यह तय तब तक नहीं किया जा सकता जब तक ईरान आईएईए को पूरी जानकारी नहीं दे.
अमानो आईएईए के गर्वनिंग बोर्ड में भाषण दे रहे थे. उन्होंने यह बात साफ़ की कि ईरान ने जो काग़ज़ात दिए हैं वह किसी भी तरह ये साबित नहीं करते कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम असैनिक उद्देश्यों के लिए है. ईरान की आलोचनाओं का जवाब देते हुए अमानो ने कहा कि जो जानकारी ईरान ने दी है उसे अच्छे से जांचा परखा गया है और इसके बाद हम कह सकते हैं कि यह विषय चिंताजनक है.
आईएईए में ईरान के राजदूत अली असगर सुल्तानै ने कहा कि रिपोर्ट सही नहीं थी और उसे किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किया जा सकता था. वह बहुत ही लंबी थी और इसलिए असमंजस पैदा करने वाली है.
जबकि ईरान के विदेश मंत्री मनुचेर मोत्ताकी का कहना है कि उनका देश संयुक्त राष्ट्र की परमाणु एजेंसी आईएईए के साथ सहयोग करने के लिए तैयार है. सोमवार को जेनेवा में संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि, ''ईरान शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम से ज़रा भी इधर उधर नहीं हुआ है. विश्व शक्तियों को तेहरान पूरा सहयोग देगा. हमने पूरी तरह से एजेंसी का सहयोग किया है और हम आगे भी करेंगे और यूरेनियम देश से बाहर भेजे जाने और बदले में संवंर्धित यूरेनियम लेने का प्रस्ताव भी आगे बढ़ाया जाएगा.''
ईरान और परमाणु ऊर्जा एजेंसी के बीच चूहे बिल्ली का खेल काफ़ी दिनों से जारी है. हाल ही में ईरान के राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने अचानक कह दिया कि वह यूरेनियम देश से बाहर भेजने को तैयार हैं. इसके बाद ईरान ने एक एक बाद एक दावे किए कि वह यूरेनियम का संवर्धन 20 क्या अस्सी फ़ीसदी तक कर सकते हैं. यह भी दावा कि उसके पास बीस फ़ीसदी संवंर्धित यूरेनियम की पहली खेप तैयार है. अब आईएईए एक बार फिर ईरान के साथ बातचीत करने को तैयार है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ आभा मोंढे
संपादन: ओ सिंह