इराक में युद्ध की बड़ी कीमतः ओबामा
१ सितम्बर २०१०दो हफ्ते पहले ही अमेरिका की आखिरी युद्धक टुकड़ी ने इराक को अलविदा कहा. मंगलवार को सीधे व्हाइट हाउस से प्रसारित संदेश में ओबामा ने कहा, "वक्त आ गया है कि जब इराकियों को सुरक्षा की जिम्मेदारी अपने हाथ में लेनी है." हालांकि उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि हिंसा जारी रह सकती है.
अपने ओवल ऑफिस से दिए संदेश में ओबामा ने कहा, "आज रात मैं घोषणा कर रहा हूं कि इराक में अमेरिकी युद्धक अभियान समाप्त हो गया है. ऑपरेशन इराकी फ्रीडम पूरा हो गया है. अब इराकी लोगों को अपने देश की सुरक्षा संभालनी होगी. यह अमेरिका और इराक के इतिहास का उल्लेखनीय अध्याय है. हमने अपने जिम्मेदारियों पूरी हैं. लेकिन अब समय आ गया है कि पन्ने को पलटा जाए."
इराक युद्ध के विरोधी रहे ओबामा ने कहा कि अमेरिका को पिछले सात साल में बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है. न सिर्फ उसके खजाने पर अरबों डॉलर का बोझ पड़ा, बल्कि हजारों सैनिकों को जान भी गंवानी पड़ी है. मार्च 2003 में इराक पर हुए अमेरिकी हमले के बाद से वहां 4,400 सैनिकों की जान गई है. साथ ही लगभग 15 लाख सैनिकों को कभी न कभी इराक में तैनात किया गया. 75 हजार से एक लाख तक इराकी नागरिक भी इस युद्ध की बलि चढ़े.
50 हजार अमेरिकी सैनिक इराक में बने रहेंगे जो इराकी सुरक्षा बलों को ट्रेनिंग देंगे. इस नए अभियान की जिम्मेदारी अमेरिकी विदेश मंत्रालय के हाथ में होगी जिसे "न्यू डॉन" यानी नई सुबह का नाम दिया गया है. जनवरी 2009 में राष्ट्रपति ओबामा के पद संभालने के बाद एक लाख अमेरिकी सैनिकों ने इराक छोड़ा है. वह अफगानिस्तान में चल रही लड़ाई पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं.
वैसे ओबामा को इराक में अभी हिंसा थमने की उम्मीद नहीं है. वह कहते हैं, "हमारा युद्धक अभियान खत्म हो रहा है. लेकिन इराक को लेकर हमारी वचनबद्धता बनी रहेगी. हमारे अभियान की समाप्ति के साथ वहां हिंसा बंद नहीं होगी. लेकिन आखिरकार ये आंतकवादी अपने लक्ष्य हासिल करने में नाकाम रहेंगे."
अब इराकी सैनिकों की वापसी के बाद ओबामा अर्थव्यवस्था में बेहतरी की उम्मीद कर रहे हैं. वह कहते हैं, "आज हमारे लिए सबसे जरूरी काम है अर्थव्वस्था को बहाल करना. उन लाखों अमेरिकियों को वापस नौकरी देना जो बेरोजगार हुए हैं."
ओबामा ने बताया कि उन्होंने इराक पर हमले का आदेश देने वाले पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश से भी मंगलवार को बात की और हाल के कुछ सालों में गंभीर मतभेदों के बावजूद अमेरिकी जनता के बीच एकता की अपील की. ओबामा कहते है, "कुछ लोगों ने इस युद्ध का समर्थन किया, कुछ ने विरोध. लेकिन अपने सैनिकों और मांओं के बलिदान का हम सब सम्मान करते हैं और इराक के अच्छे भविष्य की उम्मीद करते हैं."
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ए जमाल