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आदर्श सोसाइटी घोटाले के सबूत मिले

२ जनवरी २०११

मुंबई के आदर्श सोसाइटी घोटाले में सीबीआई को कई सबूत मिले हैं. जांच एजेंसी का कहना है कि सैन्य और दूसरे अफसरों के फर्जीवाड़े के सबूत सामने आए हैं. दस्तावेजों में छेड़छाड़ करके फ्लैट हथियाने की कोशिश की गई.

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तस्वीर: UNI

सीबीआई के एक सूत्र ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि सेना के अधिकारियों ने महाराष्ट्र सरकार के अधिकारियों और अन्य लोगों के साथ मिलकर धोखाधड़ी की. इन लोगों ने दस्तावेजों में अपने मन मुताबिक बदलाव किए. ऐसे सबूत मिलने के बाद सीबीआई अब एफआईआर दर्ज करने की तैयारी में है. सीबीआई अधिकारी ने कहा, ''इस मामले में जल्द ही एफआईआर दर्ज की जाएगी. अब हमारे पास पुख्ता केस है.''

मुंबई के कोलाबा इलाके में आदर्श सोसाइटी, कारगिल युद्ध में मारे गए सैनिकों के परिवारजनों के लिए बनाई गई थी. लेकिन पिछले साल पता चला कि 31 मंजिला इमारत वाली इस सोसाइटी के कई घर नेताओं, अधिकारियों और सैन्य अधिकारियों को मिले हैं. आरोप पूर्व सेना प्रमुख जनरल दीपक कपूर, पूर्व नौसेनाध्यक्ष एडमिरल माधवेंद्र सिंह पर भी लग रहे हैं. ये अधिकारी अपना फ्लैट वापस लौटाने की बात कह चुके हैं. लेकिन सेना पर लगे गंभीर आरोपों के बाद रक्षा मंत्री एके एंटनी ने मामले की सीबीआई जांच कराने की एलान किया.

इस मामले में महाराष्ट्र के कांग्रेसी मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण की कुर्सी तक जा चुकी है. चव्हाण के कई रिश्तेदारों को सोसाइटी में फ्लैट मिल गए. इस चक्कर में मुख्यमंत्री को नपना पड़ा. सीबीआई के मुताबिक अब बारी सैन्य अधिकारियों की है. सीबीआई सूत्र का कहना है कि, ''हम ऐसा मजबूत केस तैयार कर रहे हैं कि कोई कमी नहीं रहेगी.''

सेना की दक्षिणी कमान भी मामले की जांच कर रही है. सेना यह पता लगाने में जुटी है कि कैसे अधिकारियों ने निजी हाउसिंग सोसाइटी को सेना का नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट दे दिया.

रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह

संपादन: एन रंजन