आज सदी का सबसे लंबा पूर्ण चंद्रग्रहण
१५ जून २०११सदी का सबसे लंबा और पू्र्ण चंद्र ग्रहण बुधवार को भारत में दिखाई देगा. ग्रहों की गतिविधियों में दिलचस्पी रखने वालों के लिए बुधवार की रात बेहद खास होगी. 2011 के इस पहले चंद्र ग्रहण को पूरे देश में देखा जा सकेगा. नेहरू तारामंडल की निदेशक डॉ आर रथनाश्री के मुताबिक, "इस अवसर पर चांद धरती के सबसे अंधेरे साए (अंब्रल) से काफी गहराई तक ढंक जाएगा. यह खगोलीय घटना करीब 100 मिनट तक दिखाई देगी. इससे पहले इतने लंबे समय तक दिखने वाला चंद्र ग्रहण जुलाई 2000 में दिखा था."
सदी का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण
इस तरह का ग्रहण अगली बार 2141 में दिखेगा. पूर्ण चंद्र ग्रहण भारतीय समय के मुताबिक रात 12 बजकर 52 मिनट और 30 सेकेंड पर शुरू होगा और रात 2 बजकर 32 मिनट 42 सेकेंड पर खत्म होगा. आंशिक चंद्र ग्रहण रात 11 बजकर 52 मिनट 56 सेकेंड पर शुरू होगा और 3 बजकर 32 मिनट 15 सेकेंड तक चलेगा.
साइंस पॉपुलराइजेशन एसोसिएशन ऑफ कम्यूनिकेटर्स एंड एजुकेटर्स (स्पेस) के सीबी देवगन के मुताबिक, "यह ग्रहण पूर्ण रूप से अफ्रीका और मध्य एशिया में दिखाई देगा. इसके अलावा दक्षिण अमेरिका, पश्चिमी अफ्रीका और यूरोप में यह बढ़ते वक्त और पूर्वी एशिया व ऑस्ट्रेलिया में खत्म होते हुए दिखाई देगा."
100 मिनट तक छिप जाएगा चांद
भारतीय भूमंडलीय संस्था के एन रघुनंदन कुमार के मुताबिक यह ग्रहण 1.70 पैमाने का होगा. भारत में अगला चंद्रग्रहण इस साल के दिसंबर में दिखेगा. कुमार ने बताया कि बुधवार रात 11 बजकर 29 मिनट पर चांद 51 ओफिउची नाम के तारे के पीछे छिप जाएगा और 90 मिनट के बाद 16 जून की रात एक बज कर एक मिनट पर दिखेगा.
चंद्र ग्रहण तब लगता है जब सूर्य के चारों ओर अपनी परिक्रमा के दौरान धरती चांद और सूर्य के बीच में इस तरह आ जाती है कि चांद धरती की छाया में छिप जाता है. यह तभी संभव है जब सूर्य, धरती और चांद अपनी कक्षा में एक दूसरे के बिलकुल सीध में पहुंच जाएं.
रिपोर्टः पीटीआई/आमिर अंसारी
संपादनः ए कुमार