आइवरी कोस्टः ग्बाग्बो अबीजान से गायब हुए
१ अप्रैल २०११अफ्रीकी संघ ने अपने बयान में कहा है कि ग्बाग्बो को राष्ट्रपति पद अलासाना वतारा को सौंप देना चाहिए जिन्हें विश्व समुदाय विवादास्पद राष्ट्रपति चुनाव का विजेता मानता है. अफ्रीकी संघ के आयोग के अध्यक्ष ज्यौं पिंग ने कहा कि ग्बाग्बो ने आइवरी कोस्ट में जारी संकट को सुलझाने के लिए की गई सभी पहलों को खारिज कर दिया है. बयान के मुताबिक, "ग्बाग्बो से तुरंत सत्ता राष्ट्रपति अलासान वतारा को सौंपने का आग्रह किया जाता है, ताकि देशवासियों को और ज्यादा मुश्किलों से बचाया जा सके." आइवरी कोस्ट में पिछले साल हुए राष्ट्रपति चुनाव के बाद से हुई हिंसा में लगभग साढ़े चार सौ लोग मारे गए हैं.
उधर ग्बाग्बो ने कहा है कि सत्ता छोड़ने का उनका कोई इरादा नहीं है. उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी के वफादार सैनिकों की कार्रवाई को तख्ता पलटा नाम दिया है. पैरिस में ग्बाग्बो के यूरोपीय प्रवक्ता तोसैन अलैं ने कहा, "राष्ट्रपति ग्बाग्बो का विद्रोहियों के सामने झुकने का कोई इरादा नहीं है. वह चुनावों के बाद हो रही तख्ता पलट की कोशिशों का सामना कर रहे हैं, जिसे अलासाने वतारा अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिल कर रहे हैं."
उधर देश के मुख्य शहर अबीजान में ग्बाग्बो के घर और राष्ट्रपति भवन के आसपास गोलीबारी की खबर है. चश्मदीदों का कहना है कि ग्बाग्बो के वफादार सैनिक अब भी वतारा समर्थकों से डटकर लोहा ले रहे हैं. खुद ग्बाग्बो इस वक्त कहां हैं, यह मालूम नहीं है. अलैं का कहना है, "वह आइवरी कोस्ट में ही हैं. मैं आपको स्पष्ट नहीं बता सकता कि वह कहां हैं." अलैं के मुताबिक ग्बाग्बो से उनका बराबर संपर्क बना हुआ है.
उधर आइवरी कोस्ट में फ्रांस के राजदूत ने लॉरां ग्बाग्बो के अबीजान छोड़ने की बात कही है. राजदूत ज्यौं मार्क सिमोन ने कहा कि ग्बाग्बो न तो अपनी रिहायश पर हैं और नहीं राष्ट्रपति भवन में. उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है. इससे पहले फ्रांस की एक पत्रिका ने खबर दी है कि वतारा के समर्थक सैनिकों ने राष्ट्रपति भवन के परिसर पर नियंत्रण कर लिया है, लेकिन ग्बाग्बो, उनकी पत्नी और सहयोगी पहले ही वहां से जा चुके थे.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः आभा एम