असम में पहले चरण का चुनाव आज
४ अप्रैल २०११असम के चुनाव इस बार दिलचस्प हैं. दक्षिण भारत के राज्य कर्नाटक में सरकार बनाने के बाद केंद्र की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी पूर्वोत्तर भारत में पांव पसारना चाह रही है. पिछले चुनावों में असम में बीजेपी को 10 सीटें मिली थीं. सोमवार को बीजेपी के नौ विधायकों की किस्मत ईवीएम मशीन में बंद हो जाएगी.
सोमवार को चुनावी मैदान में उतरने वालों मुख्य चेहरों में राज्य के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई भी है. वह तीताबाड़ से चुनाव लड़ रहे हैं. असम गण परिषद (एजीपी) के नेता वृंदावन गोस्वामी तेजपुर से मैदान में हैं. राज्य बीजेपी के अध्यक्ष रंजीत दत्ता बेहाली में मतदाताओं के सामने हैं. इनके अलावा राज्य सरकार के पांच मंत्रियों के चुनावी नमस्कार का फैसला सोमवार को ही हो जाएगा.
चुनाव का पहला चरण सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के लिए अहम माना जा रहा है. 2006 में हुए चुनावों में कांग्रेस ने इन 62 सीटों में से 37 जीती थीं. एजीपी को सात सीटें मिली थीं. अगर कांग्रेस इस बार भी सरकार बनाती है तो यह लगातार तीसरा मौका होगा जब राज्य में कांग्रेस की जीत होगी. चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी और एजीपी ने कांग्रेस को रोकने के लिए जबरदस्त जोर लगाया है.
1991 के बाद यह पहला मौका है जब राज्य के सभी अलगाववादी दल सरकार के साथ बातचीत कर रहे हैं. इससे पहले हुए सभी चुनाव हिंसा और अलगाववादियों की धमकियों के साए में गुजरे हैं. इस बार हालात काफी शांतिपूर्ण दिख रहे हैं. हालांकि उल्फा प्रमुख परेश बरुआ ने शनिवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की रैली के खिलाफ बंद का एलान किया. गुवाहाटी में कांग्रेस मुख्यालय में धमाका भी हुआ. इन घटनाओं के बाद राज्य में अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजे गए हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ ओ सिंह
संपादन: ए जमाल