1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

अयोध्या: डर से निकल आगे बढ़ी जिंदगी

१ अक्टूबर २०१०

अयोध्या पर फैसला आने के बाद की सुबह को लेकर डर सबके मन में था. सरकार आशंकित थी. लोग भयभीत थे. लेकिन सुबह हुई तो सूर्य की रोशनी में अंधेरे के साथ साथ डर भी गायब हो गया. जिंदगी फिर से पटरी पर लौट आई.

https://p.dw.com/p/PRlH
तस्वीर: AP

अयोध्या मामले पर फैसला आने को लेकर भारत में जिस तरह के सुरक्षा प्रबंध किए गए, उनसे साफ जाहिर हुआ कि सरकार और प्रशासन किस कदर आशंकित हैं. इन कड़े सुरक्षा प्रबंधों ने हर ओर एक तरह के डर का माहौल पैदा कर दिया. लेकिन फैसला आने के बाद अब एक रात शांतिपूर्ण तरीके से गुजर चुकी है और लोग उस डर से बाहर आ रहे हैं जो फैसले के बाद किसी अनहोनी की आशंका ने पैदा कर दिया था.

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जहां फैसला सुनाया गया अब जिंदगी पटरी पर आ गई है. डॉयचेवेले संवाददाता सुहेल वहीद ने बताया कि फैसला आने से पहले लखनऊ ही नहीं बल्कि राज्य के कई शहरों में बाजार बंद हो गए और सड़कें सूनी हो गईं. लेकिन शुक्रवार सुबह सब कुछ सामान्य तरीके से शुरू हुआ. दुकानें और स्कूल अपने वक्त पर खुले. लोग दफ्तर पहुंचे. हालांकि सार्वजनिक स्थानों पर लोगों के बीच चर्चा का मुद्दा अयोध्या फैसला ही रहा लेकिन किसी तरह का तनाव देखने को नहीं मिला.

फैसला आने से पहले और इसके बाद भी धार्मिक और सामाजिक तबकों के नेताओं और सरकार की तरफ से बार बार संयम और शांति बनाए रखने की अपील की गई. इसका असर देखा गया और कहीं से भी किसी तरह की अप्रिय घटना का समाचार नहीं है. दोनों पक्षों ने हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर करने की बात कही है इसलिए मामले को अभी खत्म नहीं समझा जा सकता.

शुक्रवार सुबह सैकड़ों भक्त अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर में पूजा के लिए पहुंचे. हालांकि वहां बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद है. जिले के एसपी आरकेएस राठौर ने बताया कि किसी तरह की घटना से निपटने के लिए पुलिस पूरी तरह चौकस और तैनात है. राठौर ने कहा कि कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं आई है लेकिन फिलहाल सुरक्षा बल की तैनाती जारी रहेगी.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः महेश झा

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें