दुनिया भर में बच्चे किन हालात में सोते हैं
ब्रिटेन के कलाकार जेम्स मॉलिसन ने कई देशों में घूम कर बच्चों और उनके सोने के कमरों की तस्वीरें ली हैं. देखिए कहां कहां किस बच्चे को किस तरह का बिस्तर नसीब होता है.
तंग मकान
दक्षिण-पश्चिमी चीन के यूनान प्रांत में मोल्लिसन नौ साल के डॉन्ग से मिले. डॉन्ग के कमरे में उनके साथ उनकी बहन, उनके माता-पिता और उनके दादाजी रहते हैं. परिवार गरीब है और उनके पास बस सिर्फ थोड़े चावल और गन्ना उगाने लायक जमीन है. बड़ा होकर डॉन्ग पुलिस अफसर बनना चाहते हैं क्योंकि तब वो "चोरों का पीछा कर सकेंगे और इधर उधर दौड़ सकें."
खूब सारी जगह
आठ साल के हैरिसन की जिंदगी बिल्कुल अलग है. उनका परिवार न्यू जर्सी की एक कोठी में रहता है. उनके पास अपना टीवी है, अपना बाथरूम है और खेलने के लिए दो बड़े बड़े कमरे हैं. वो अपने माता-पिता की एकलौती संतान हैं और प्राइवेट स्कूल में जाते हैं. स्कूल दो घंटे की दूरी पर है लेकिन हैरिसन की मां को गाड़ी में अपने बेटे के साथ बिताया समय पसंद है. हैरिसन जानवरों के डॉक्टर बनना चाहते हैं.
खिलौनों की दुनिया
चार साल की काया और उसके माता-पिता टोक्यो में एक छोटे से अपार्टमेंट में रहते हैं. उनके कमरे में अलमारी गुड़ियों और खिलौनों से भरी हुई है. काया की मां ही उनके कपड़े सिलती हैं, अमूमन एक महीने में तीन. काया बड़ी हो कर कॉमिक कलाकार बनना चाहती हैं और जापानी ऐनीम बनाना चाहती हैं.
जमीन पर गद्दे
दुनिया में हर बच्चे के पास अपना बिस्तर नहीं है. सात साल की इंदिरा काठमांडू में अपने परिवार के साथ एक कमरे के मकान में रहती हैं. रात को वो अपने भाई-बहनों के साथ जमीन पर एक गद्दा बिछा कर सोती हैं. इंदिरा चार सालों से ग्रेनाइट की एक खदान में काम कर रही हैं. वो एक दिन डांसर बनना चाहती हैं.
बंक-बिस्तर, छात्रावास जैसे
10 साल के शेरप नेपाल में एक मठ में रहते हैं. उनके कमरे में उनके साथ 79 लड़के रहते हैं जिनका भिक्षु बनने का प्रशिक्षण चल रहा है. वे सभी बंक-बिस्तरों में सोते हैं और उन सब के पास बहुत कम सामान है. शेरप के माता पिता ने उन्हें यहां भेजा है. वो मानते हैं कि अगर उनका एक बेटा मठ में भिक्षु बन गया तो परिवार के लिए सौभाग्य की बात होगी.
ब्यूटी क्वीन
सात साल की जैस्मिन और उनका परिवार अमेरिका के केंटकी में एक बड़े से घर में रहते हैं. जैस्मिन ने बच्चों की सौंदर्य प्रतियोगिताओं में जो ताज और सैश जीते थे वो उनके कमरे में सजाए गए हैं. वो रोज स्टेज शो के लिए प्रशिक्षण लेती हैं, जो कि एक महंगा शौक है. उनके माता पिता को हर प्रतियोगिता पर कई हजार डॉलर खर्च करने पड़ते हैं.
मिट्टी पर चटाई
आठ साल के आहकोहेत ब्राजील के क्राहो जनजाति के सदस्य हैं. उनकी छाती पर पुता लाल रंग एक जनजातीय संस्कार का हिस्सा है. क्राहो लोग यह मानते हैं कि धरती को सूर्य और चांद ने बनाया था. पास बहती नदी से उन्हें पानी मिलता है. वो अपने खाने पीने की आधी चीजें बंजर मिट्टी में उगाते हैं.
एक पॉप स्टार के सपने
11 साल की थाई अपनी बहनों और अपने माता-पिता के साथ रिओ दे जनेरो में एक रिहायशी इमारत में तीसरी मंजिल पर रहती हैं. उनके माता-पिता बहुत धनी नहीं हैं लेकिन परिवार का काम चल जाता है. थाई ने अपने कमरे की दीवारों पर ब्राजील के पॉप स्टार फेलिपे डिलन के पोस्टर लगा रखे हैं. (सोफिया प्रिंजेन)