100 परमाणु हथियार बना रहा है चीनः अमेरिका
२ जुलाई २०२१अमेरिका ने चीन के इंटरकंटीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल या आईसीबीएम कार्यक्रम के तेजी से विस्तार पर चिंता व्यक्त की है. हाल के वर्षों में बीजिंग तेजी से अपनी सैन्य क्षमताओं का विस्तार कर रहा है. बुधवार को वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन उत्तर-पश्चिमी शहर युमेन के पास एक रेगिस्तान में लंबी दूरी की अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों के लिए 100 से अधिक साइलो को तैयार कर रहा है.
यह रिपोर्ट सैटेलाइट से ली गई तस्वीरों पर आधारित है. कैलिफोर्निया में जेम्स मार्टिन सेंटर फॉर नॉनप्रोलिफरेशन स्टडीज के शोधकर्ताओं द्वारा कुछ तस्वीरें ली गई थीं.
क्या कहता है अमेरिका?
गुरुवार को मीडिया से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि निर्माण "बहुत चिंताजनक" है. उन्होंने कहा, "यह चीनी सरकार की मंशा पर भी सवाल खड़ा करता है." प्राइस के मुताबिक, "हमारे लिए यह परमाणु जोखिम को कम करने के लिए व्यावहारिक उपायों को आगे बढ़ाने के महत्व को पुष्ट करता है."
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि चीन के हथियार कार्यक्रम का तेजी से विकास "गुप्त रखना अब अधिक कठिन हो गया है."
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिपरी) की जून में जारी रिपोर्ट के मुताबिक चीन के पास इस साल की शुरुआत में 350 सुरक्षित परमाणु हथियार हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 30 अधिक हैं. एजेंसी ने यह भी कहा कि चीन तेजी से अपने परमाणु हथियारों का विस्तार और नवीनीकरण कर रहा है.
देखें: बढ़ रही है दुनिया में परमाणु हथियारों की संख्या
शी जिनपिंग का भाषण
विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कल बीजिंग में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के शताब्दी समारोह में चीनी राष्ट्रपति के भाषण में पर कहा बाइडेन प्रशासन ने ध्यान दिया था, लेकिन उसके लिए "हमारे पास कोई टिप्पणी नहीं है. हम ऐसा करने से बचेंगे."
गुरुवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना की 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर एक समारोह में भाषण में कहा, "चीनियों को धमकाने या डराने का युग हमेशा के लिए खत्म हो गया है."
पार्टी के 100 साल पूरे होने पर राष्ट्रपति जिनपिंग ने दुनिया को चेतावनी देते हुए कहा था, "चीनी लोग किसी भी ऐसी विदेशी ताकत को यह अनुमति नहीं देंगे कि वह हमें आंखें दिखाए, दबाए या हमें अपने अधीन करने का प्रयास करे."
अमेरिका समेत पश्चिमी देश उइगर मुसलमानों के साथ चीन के व्यवहार और उसकी नीतियों की आलोचना करते आए हैं.
एए/वीके (एएफपी, रॉयटर्स)